जमशेदपुर : पूरी दुनिया वैश्विक संकट कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर से गुजर रही है. देश के प्रधानमंत्री ने संभावित खतरे को देखते हुए बीते 24 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी. वहीं पीएम मोदी के निर्देश पर मजदूरों के साथ देश की आर्थिक गतिविधियों को जारी रखने के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की, लेकिन मदूरों की स्थिति जस की तस बनी हुई है.
जहां देशभर से मजदूर पलायन कर रहे है, वहीं झारखंड के औद्योगिक नगरी आदित्यपुर में भी उद्योगों के साथ उद्ममी और मजदूरों का बुरा हाल है. हर दूसरे या तीसरे दिन किसी न किसी कंपनी के मजदूर वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन करते देखे जा रहे है. ताजा मामला आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के टाटा- कांड्रा मुख्य सड़क पर स्थित आरडी रबर कंपनी का है. जहां के मजदूरों का सब्र आज जवाब दे गया और सभी मजदूर कंपनी गेट पर थाली- कटोरा लेकर कंपनी प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
मजदूरों ने बताया कि पिछले छः महीनों से यहां के कामगारों को वेतन नहीं दिया जा रहा है. कोरोना जैसी महामारी के दौर में भी यहां के मजदूरों की सुध लेने न तो कंपनी प्रबंधन के लोग ही आ रहे न ही स्थानीय प्रशासन. वहीं मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन और सरकार को अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा है कि दस दिनों के भीतर अगर उनके बकाए वेतन की भुुगतान नहीं की जाती है, तो सभी मजदूर सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे. वहीं मजदूरों ने बताया कि वेतन नहीं मिलने से सभी मजदूर और उनके परिजन भुखमरी के कगार पर आ गए है.