जमशेदपुर : देश के नये संसद भवन का गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया. इसके साथ ही देश में नयी इबारत लिखने की तैयारी मोदी सरकार ने कर ली है. इस संसद भवन के निर्माण कार्य के शिलान्यास के साथ ही स्वदेशी कंपनी टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन भी फूले नहीं समां रहे थे. वे भी इस समारोह में हिस्सेदार थे और उनको भी आमंत्रित किया गया था. इस नये संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा कराया जायेगा, जिसकी पूरी लागत करीब 900 करोड़ रुपये है. टेंडर के माध्यम से टाटा प्रोजेक्ट को यह काम दिया गया है. सेंट्रल विस्टा पुर्निविकास परियोजना के तहत नयी संसद भवन का काम 21 माह में पूरा करना है, जिसमें टाटा समूह के इंजीनियर्स भाग लेंगे. इस काम में टाटा इंजीनियर्स लिमिटेड के इंजीनियर भी अपना रोल निभायेंगे, जिसका कार्यालय जमशेदपुर में ही है. आपको बता दें कि अयोध्या का राम मंदिर निर्माण कार्य की इंजीनियरिंग भी टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स द्वारा कराया जा रहा है. टाटा प्रोजेक्ट को नये संसद भवन का निर्माण करने के लिए टेंडर दिया गया है. इसको परिसीमन के आधार पर बनने वाली सीटों को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है, जिसमें 1400 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी. 65 हजार वर्ग मीटर में फैले इस नये भवन में 16921 वर्ग मीटर अंडरग्राउंड एरिया होगा. इसमें अंडरग्राउंड के साथ ही दो फ्लोर का भभवन होगा जबकि इसी परियोजना के तहत प्रधानमंत्री का नया आवास, नया कार्यालय साउथ ब्लॉक के पास स्थानांतरित किया जाना है जबकि उपराष्ट्रपति का नया घर नार्थ ब्लॉक के पास शिफ्ट किया जाना है. इस तरह देश को नया रुप देने में टाटा एक बार फिर से अहम भूमिका निभा रहा है.
indias-new-parliament-देश के नये संसद भवन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास, देश-दुनिया के इंजीनियरों के साथ ”टाटा” के इंजीनयर्स करेंगे नये संसद भवन को तैयार
[metaslider id=15963 cssclass=””]