
जमशेदपुर : जमशेदपुर के आईएसडब्लूपी (तार कंपनी) कॉलोनी परिसर में पूर्व महामंत्री आशीष अधिकारी द्वारा कर्मचारियों के साथ एक बैठक की. इसमें करीब 100 से ज्यादा कर्मचारियों ने भाग लिया. इस बैठक में कहा गया कि वर्तमान तार कंपनी यूनियन का चुनाव 8 अक्टूबर 2018 को सम्पन्न हुआ था, परन्तु वर्तमान महामंत्री द्वारा इस यूनियन एबं कार्यकारिणी सदस्यों का नाम रजिस्टर बी में दर्ज नही कराया गया. यानी विगत तीन साल से यूनियन अवैध रूप से चलता रहा है. इसके लिए सरासर वर्तमान महामंत्री जिम्मेदार है. महामंत्री की इस लापरवाही को कर्मचारियों ने गंभीरता से लेकर इसे सबक सिखाने का मन बना लिया है. यूनियन संविधान एवं बाई लॉज के अनुसार वर्तमान यूनियन का कार्यकाल तीन साल 7 अक्टूबर 2021 को समाप्त हो गया है. 08 अक्टूबर 2021 से इस यूनियन का किसी तरह का कानूनी वैद्यता नही है. वर्तमान यूनियन केवल केअर टेकर के रूप में अगले चुनाव तक काम कर सकती हैं. यह यूनियन ना ही किसी ऑफिसियल मीटिंग बुला सकती है और ना ही मैनेजमेंट के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता कर सकता है. अगर ऐसा करता है तो इसे असंसदीय एवं अमान्य माना जाएगा. मैनेजमेंट को भी इसकी जानकारी दी जाएगी एवं इस पर कानूनी सलाह भी लिया जाएगा. 11 कर्मचारियों का यूनियन सदस्यता के लिये अगस्त महीने में यूनियन अध्यक्ष द्वारा स्वीकृत किया गया सदस्यता फॉर्म अद्यक्ष जी के ही उपस्थिति में यूनियन महामंत्री को दिया गया था मगर उन 11 कर्मचारियों का यूनियन सदस्यता अभी तक नहीं किया गया है, परंतु अगस्त और सिंतबर में महामंत्री ने अपनी गुट के करीब 9 कर्मचारियों को सदस्यता दिया है. राकेश्वर पाण्डेय के कहने के बावजूद भी महामंत्री ने 11 कर्मचारियों का सदस्यता नही देने पर कर्मचारियों में असंतोष एबं रोष का माहौल है. इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सभी ने कहा कि इस मामले को राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी के पास लेकर जाना है एवं उसे वस्तुस्थिति से अबगत कराना है. केअर टेकर यूनियन के महामंत्री द्वारा शनिवार को कुछ लोगो की जुटान कर कहा गया कि इ-ग्रेड के 300 कर्मचारियों ने हस्ताक्षर कर ज्ञापन सौंपा है कि पहले ग्रेड किया जाए फिर चुनाव किया जाए. महामंत्री को इतना भी पता नहीं है कि कंपनी मे जब 250 के करीब इ-ग्रेड के कर्मचारी है तो 300 कर्मचारी की हस्ताक्षर कहा से आएगा और अगर किसी के हस्ताक्षर से चुनाव को रोका जा सकता है तो यूनियन के संविधान में इस बात का जरूर कही, जिक्र किया जाना चाहिए था. अगर महामंत्री का अपने ऊपर इतना भरोसा है की उनके साथ 300 से ज्यादा कर्मचारी है तो कुल 460 कर्मचारियों वाला यूनियन मे उसे चुनाव कराने का और अपना हार का डर क्यों सता रहा है. यूनियन चुनाब तो सिर्फ 4 से 5 दिन का होता है फिर जीत कर आराम से इ-ग्रेड का कर्मचारियों का ग्रैड करते रहे. जब इन लोगों ने 8 महीनों से ग्रेड नही किया तो अब क्या कर पायेगा. इन लोगों ने सत्ता में आने से पहले बहुत सारा बायदा किया था मगर तीन साल बीत जाने के बाद भी उन वायदों में से एक भी कर नही सका. सिर्फ डिप्टी प्रेसिडेंट श्रीकांत सिंह अपने बेटे को कंपनी में लागने में कामयाब रहे.
अंत में सभी ने यूनियन के अद्यक्ष श्री राकेश्वर पाण्डेय के कही गयी बातो के अनुसार की “दुर्गा पूजा के बाद चुनाव कराया” जाएगा पर सहमति जताई.
धन्यबाद ज्ञापन अमरजीत सिंह ने दिया. इस मौके पर विश्वजीत तिवारी, राम सिंह, सुरिंदर प्रसाद, रंजीत कुमार, जसविंदर सिंह,बिमल कुमार, अर्जुन दास, मनमीत सिंह, राकेश महतो, सरत बेहरा, सरत मिश्र, कुलदीप सिंह, गुरदीप सिंह, देबाशीष घोष, अनवर खान, सगीर अहमद, प्रभु नाथ सिंह, सतविंदर सिंह, मोहम्मद अकबर, राहुल प्रसाद, मनीष कुमार, गौरव बोस, दिनेश प्रसाद, प्रताप सिंह, श्याम कलुण्डिया, मनमीत सिंह, त्रिपाठी, सरत महतो, मंगल करुआ, जसविंदर, रंजीत, अविनाश झा इत्यादि मौजूद थे.