जमशेदपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तीन साल के लिए होम लेन नामक एक कंपनी में अपना निवेश किया है. महेंद्र सिंह धोनी इसके साथ ही होम लेन के पहले ब्रांड एंबेस्डर होंगे. महेंद्र सिंह धोनी तीन साल तक कंपनी को ऊपर ले जाने के लिए काम करेंगे और इसमें अपना निवेश भी करेंगे. वे एक साझेदार के तौर पर काम करेंगे. आइपीएल के नये सीजन में इसकी लांचिंग की जायेगी, जिसके बाद इसमें और तेजी आ जायेगा. आपको बता दें कि यह कंपनी श्रीकांत अय्यर और तनुज चौधरी की संयुक्त स्टार्टअप है. तनुज चौधरी जमशेदपुर के लोयोला स्कूल में कक्षा छह तक की पढ़ाई की है. वे टाटा स्टील के कारपोरेट कम्यूनिकेशन के पूर्व चीफ संजय चौधरी के बड़े बेटे है. तनुज चौधरी ने बताया कि यह उनके और उनकी कंपनी के लिए काफी गर्व की बात है. होम लेन होम इंटीरियर लोगों तक पहुंचाने वाली कंपनी है. तनुज चौधरी ने स्कूली शिक्षा लोयोला स्कूल से किया और फिर उन्होंने कोलकाता से मैट्रिक करने के बाद लखनऊ के सीएमएस से पढ़ाई की और फिर दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री मैथ्स में की. इसके बाद वे मैकेंजी में चले गये और फिर फ्रांस की सबसे बड़ी एमबीए संस्थान इंसेड में पढ़ाई की, जहां से टाटा स्टील के एमडी रह चुके बी मुथुरमण समेत कई कंपनियों के सीइओ और एमडी हुए. इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी अपने साथी के साथ शुरू किया. इसका बेहतर भविष्य को देखते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने इसमें निवेश किया है. वे इक्विटी पार्टनर के तौर पर काम करेंगे, जिसके लिए तीन साल का अनुबंधन किया गया है. होमलेन कंपनी अब तक देश के 16 शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है. होम लेन ने अगले दो साल में 25 नये टियर 2 और टियर 3 शहरों को जोड़ने की योजना बनायी है और आक्रामक विस्तार करने के लिए करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी. आगामी क्रिकेट और त्योहारी सीजन में महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर नया अभियान शुरू करेगी. महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि मेरा घर, किसी और की तरह ही कंफर्ट जोन है. एक घर को प्यार और सपनों के साथ बनाया जाता है. इसी सपने को सबका साकार करने के लिए इससे जुड़े है और इसकी सफलता होनी है. वैसे इस कंपनी की स्थापना 2014 में की गयी थी. यह होमलेन व्यक्तिगत और पेशेवर एंट टू एंड इंटीरियर सेवाएं प्रदान करते हुए ऑनटाइम होमो इंटीनियर के लिए भारत में एक नया स्थान स्थापित कर ली है. तनुज चौधरी बंगलुरु में रहते है जबकि संजय चौधरी और उनका परिवार अभी पटना में ही रहते है.