जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय से गैस ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के अधिकारियों ने कहा है कि वे जमशेदपुर को गैस सिटी (गैस शहर) का स्वरूप देने की योजना पर काम कर रहे हैं. गेल के अधिकारी 2 दिन पहले श्री राय से मिलने उनके जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित आवासीय कार्यालय पर आये थे और उन्होंने जमशेदपुर में गेल के पाइप लाइन विस्तार में आने वाली कठिनाईयों का समाधान करने का आग्रह किया था. इस अवसर पर श्री राय ने गेल के अधिकारियों से जमशेदपुर को गैस सिटी के रूप में विकसित करने की संभावना के बारे में जिज्ञासा प्रकट की तो गेल के अधिकारियों ने कहा कि जमशेदपुर को आसानी से गैस नगर का रूप दिया जा सकता है. ऐसा होने से औद्योगिक प्रदूषण तथा वाहनों से होने वाला प्रदूषण समाप्त हो जाएगा और शहर स्वच्छ हो जाएगा. गेल के अधिकारियों ने बताया कि जमशेदपुर में पीएनजी (पाइप नेचुरल गैस) और सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) का पाइप लाइन बिछाने पर काम शुरू हुआ है परंतु पाइप लाइन बिछाने के काम में संतोषजनक प्रगति नहीं हुई है. कारण कि टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (पहले जुस्को) से उन्हें इस कार्य हेतु अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है. एक तो जुस्को से आवश्यक अनुमति मिलने में काफी विलंब होती है. अनुमति मिल जाने पर भी बीच-बीच में इसे वापस ले लिया जाता है जबकि गेल इस मद में करीब 2 करोड़ रुपया जमा कर चुका है. फिर भी जुस्को की कोई भूमिगत संरचना क्षति होती है तो इसे मरम्मत करने और पाइपलाइन के बिछाने के कारण सड़कों के कटाव को दुरूस्त करने का पूरा खर्च भी जुस्को को देने लिए गेल हमेशा तैयार रहता है. गेल के अधिकारियों ने बताया कि जुस्को से उन्हें रूट मार्किंग का विस्तृत विवरण नहीं मिला है. यदि यह ब्योरा मिल जाता तो उन्हें उनके पाइप लाइन की गहराई निर्धारित करने में आसानी हो जाएगी. विधायक श्री राय ने इस संबंध में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त से अनुरोध किया है कि वे गेल द्वारा पाइपलाइन बिछाने की राह में आने वाली कठिनाईयों को दूर करें. यह भी देखें कि टाटा लीज समझौता के अंतर्गत गेल से मिलने वाली किसी भी प्रकार के शुल्क की वसूली का क्या प्रावधान है. इस बारे में श्री राय ने राज्य के मुख्य सचिव से भी दूरभाष पर वार्ता की और कहा कि राज्य सरकार जमशेदपुर को गैस सिटी बनाने के लिए गेल की राह मे आने वाली कठिनाईयों को दूर करें और इसके लिए एक समय सीमा निर्धारित करें. मुख्य सचिव ने श्री राय को आश्वस्त किया कि इस बारे में गेल के उच्च अधिकारियों से विमर्श करेंगे ताकि जमशेदपुर को गैस सिटी बनाने की राह में आने वाली बधाएं दूर हो सके और यह कार्य शीघ्र अति शीघ्र हो जाए इसका प्रयास करेंगे. विधायक श्री राय ने कहा कि जमशेदपुर में बड़े और छोटे उद्योगों की पर्याप्त संख्या है. इसके साथ ही इसका उत्पादन पीएनजी से होता तो शहर का वातावरण काफी स्वच्छ होगा. व्यवसायिक होटल और रेस्टोरेंट तथा आवासीय परिसरों में भी प्रकृतिक गैस का इस्तेमाल होने की पर्याप्त संभावना जमशेदपुर में है. इसी तरह से शहर में चलने वाले बड़े-छोटे एवं मझौले श्रेणी के व्यवसायिक वाहनों तथा निजी वाहनों में सीएनजी का उपयोग करने की सुविधा और प्राथमिकता तय की जानी चाहिए. फिलहाल जमशेदपुर में सोनारी के कुछ घरों को गैस की आपूर्ति हो रही है. पुरूलिया से जमशेदपुर आने वाले गैस पाइप लाइन का काम भी थोड़ा बचा हुआ है और विभिन्न स्थलों पर गैस गैदरिंग स्टेशन बनाने का काम भी प्रगति पर है. ऐसी स्थिति में राज्य सरकार और जिले का प्रशासन एक लोक उपक्रम के नाते गेल की जरूरी सहायता करे तो शीघ्र ही जमशेदपुर एक गैस सिटी की सूची में शामिल हो जाएगा और यहां के निवासियों को उचित वातावरण मिल पाएगा.