जमशेदपुर : जमशेदपुर के लिए यह गौरव की बात है कि दुनिया के जिस सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडयिम को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समर्पित किया, उस स्टेडियम को बनाने में जमशेदपुर ने अहम भूमिका निभायी है. गुजरात के मोटेरा में बने सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका उदघाटन किया.
यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है, जिसको भारत में तैयार किया गया है. इस स्टेडियम को बनाने में जमशेदपुर में तैयार किया गया स्टील का इस्तेमाल किया गया है. टाटा स्टील के ब्रांड टाटा टिस्कॉन रिबार का इसमें इस्तेमाल हुआ है. कुल 11 हजार टन स्टील रिबार टाटा स्टील का इसमें खपा है जबकि कुल 15 हजार टन रिबार का इस्तेमाल स्टेडियम को बनाने में इस्तेमाल में लाया गया है. इसमें सबसे रोचक तथ्य यह है कि टाटा स्टील ने 11 हजार टन रिबार में से 8400 टन स्टील कट एंड बेंड तरीके से तैयार कर भेजा है, जिसमें 41 हजार पीस कॉपलर्स और 84 हजार थ्रेड्स शामिल है. अब टाटा स्टील ऐसे ही स्टील की सप्लाइ करती है, जो सीधे किसी भी कंस्ट्रक्शन में इस्तेमाल हो जाये, उसको काटने और छांटने की जरूरत नहीं होती है, सिर्फ आपको साइज बता देना है तो आपकी जरूरतों के हिसाब से इसकी सप्लाइ कर दी जाती है.
गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में कुल 1 लाख 10 हजार लोग एक साथ बैठ सकते है. टाटा स्टील इस तरह के कई दुनिया के अनोखे प्रोजेक्ट में पार्टर रही है, जिसमें गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, असम का बोगीबिल पुल जो अब तक का सबसे बड़ा रेल और रोड ब्रिज है, पटना का सबसे लंबा पुल, मुंबई के बांद्रा वर्ली सी लिंक, कोलकाता और मुंबई के मेट्रो प्रोजेक्ट, दिल्ली का सिगनेचर ब्रिज, मुंबई और नागपुर को को जोड़ने वाला समृद्धि महामार्ग जैसे कई प्रोजेक्ट शामिल है.
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट सेल्स एंड मार्केटिंग पीयुष गुप्ता ने बताया कि इस तरह के मेगा प्रोजेक्ट से जुड़कर टाटा स्टील भी गौरांवित महसूस करती है. टाटा स्टील का रिबार मजबूती और टिकाऊ के लिए जाना है और इस तरह के प्रोजेक्ट में इसका इस्तेमाल होने से इसके विकास में और गति मिलती है.