जमशेदपुर : राजनीति ऐसी चीज है कि हमेशा समय के साथ सारा कुछ बदलता रहता है. ऐसा ही हाल टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई गम्हरिया स्थित टिस्को ग्रोथ शॉप में दिखने जा रहा है. टिस्को ग्रोथ शॉप की अधीकृत यूनियन टिस्को मजदूर यूनियन के वर्तमान में महामंत्री शिवलखन सिंह 31 अक्तूबर 2020 से रिटायर होने वाले है. यूनियन में दो दशकों तक राज करने वाले शिवलखन सिंह रिटायरमेंट होने के बाद बाहरी हो जायेंगे. ऐसे में उनको अगर यूनियन में महामंत्री पद पर बनाये रखना है तो उनको यूनियन को को-ऑप्सन करना होगा. को-ऑप्सन करना है या नहीं और करना है तो किसका यह कमेटी मेंबरों और अध्यक्ष पर होगा. इस यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय है. राकेश्वर पांडेय जनवरी माह में टिस्को ग्रोथ शॉप से रिटायर हो गये थे. इसके बाद उनको यूनियन से ही शिवलखन सिंह ने बाहर कर दिया था और खुद अध्यक्ष बन गये थे, लेकिन शिवलखन सिंह की यह हसरत पूरी नहीं हो सकी और मैनेजमेंट ने शिवलखन सिंह की कमेटी को मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मैनेजमेंट के हस्तक्षेप के बाद राकेश्वर पांडेय को फिर से अध्यक्ष बना दिाय गया. अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय रह गये और महामंत्री के पद पर शिवलखन सिंह फिर से आसीन हो गये. लेकिन अब सियासत की उलटी चाल ऐसी पड़ी कि 31 अक्तूबर को शिवलखन सिंह खुद रिटायर होने वाले है और अब 1 नवंबर 2020 से कंपनी के कर्मचारी नहीं रह जायेंगे. नियम के मुताबिक, अगर कोई बाहरी व्यक्ति यूनियन में फिर से तब आ सकती है, जब उनको मजदूर, कमेटी मेंबर और पदाधिकारी मिलकर अपना बना लें यानी को-ऑप्सन कर लें. इसी को-ऑप्सन के जरिये ही बाहरी नेता यूनियन में अध्यक्ष बनते रहते है, जिसके तहत ही राकेश्वर पांडेय आज भी टिस्को मजदूर यूनियन के अध्यक्ष है. लेकिन शिवलखन सिंह को फिर से को-ऑप्सन होने राकेश्वर पांडेय देंगे या नहीं, यह भी देखने वाली बात होगी क्योंकि शिवलखन सिंह ने राकेश्वर पांडेय के रिटायरमेंट के वक्त ही दगाबाजी कर दी थी और उनको बाहरी बताकर बाहर कर दिया था और खुद अध्यक्ष बन गये थे. इस कारण सबकी निगाहें अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय और शिवलखन सिंह पर टिकी हुई है. शिवलखन सिंह का को-ऑप्सन होता है या फिर नये महामंत्री बनाये जाते है, जिस पर सबकी निगाहे होगी.
jamshedpur-tgs-union-टिस्को ग्रोथ शॉप से एक दिन बाद रिटायर हो जायेंगे शिवलखन सिंह, महामंत्री के तौर पर अब कराना होगा को-ऑप्सन, राकेश्वर पांडेय को ही हटा दिया था शिवलखन ने, अब फंस सकते है खुद शिवलखन
[metaslider id=15963 cssclass=””]