जमशेदपुर : जमशेदपुर के ट्रेड यूनियन के इतिहास में एक बार फिर से टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व महामंत्री बीके डिंडा ने बड़ी छलाँग लगाई है. बीके डिंडा को टाटा स्टील द्वारा अधिग्रहित उषा मार्टिन की यूनियन का अध्यक्ष बनाया गया है और उनकी ही यूनियन को ही मान्यता दी है. टाटा स्टील द्वारा अधिग्रहित उषा मार्टिन की कंपनी का नाम टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट लिमिटेड है. सोमवार को हुई आम सभा में यूनियन के नए अध्यक्ष के तौर पर बीके डिंडा को चुन लिया गया और नयी कमिटी का गठन करने का अधिकार भी बीके डिंडा को ही दे दिया गया है. आमसभा के दौरान ही यह तय कर दिया गया कि यूनियन के कमिटी मेम्बर का चुनाव 12 दिसंबर को होगा. इसके लिए नामांकन पत्र मंगलवार यानी 10 दिसंबर को मिलेगा. सारी प्रक्रिया कंपनी परिसर में ही आयोजित होगी. बीके डिंडा की नई यूनियन का रेजिस्ट्रेशन भी झारखंड सरकार के माध्यम से हो चुका है जबकि कंपनी प्रबंधन ने भी इस यूनियन को अपनी मंजूरी दे दी है. गौरतलब है कि बीके डिंडा करीब 35 वर्षो तक टाटा वर्कर्स यूनियन में कमिटी मेंबर से लेकर सचिव और महासचिव जैसे पदों को सुशोभित कर चुके है और जमशेदपुर में उनका ट्रेड यूनियन में पकड़ है. उनको ट्रेड यूनियन का दमदार नेता माना जाता है जबकि उनकी छवि बेहतर बार्गेन करने वाला नेता की भी रही है. टाटा स्टील द्वारा अधिग्रहित इस कंपनी में अपनी यूनियन स्थापित करने के लिए टाटा वर्कर्स यूनियन के नेताओ के अलावा राकेश्वर पांडेय और चम्पई सोरेन जैसे नेता भी लगे हुए थे लेकिन सबको पीछे छोड़ते हुए बीके डिंडा ने यह बाजी मार ली है.