

जमसेदपुर : जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई. इसमें झारखंड इंटक के वरीय उपाध्यक्ष एवं बेरमो के विधायक अनूप सिंह द्वारा झारखण्ड इंटक के अध्यक्ष राकेशवर पांडेय के बारे में दिए गए बयान की निंदा की गई और पदाधिकारियों ने कहा कि चूंकि वो केंद्रीय इंटक एवं झारखण्ड इंटक में वरीय पदाधिकारी भी हैं और राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी की बातों को भी वो नहीं सुन रहे हैं. जिस तरीके से पिछली वर्किंग कमेटी में संजीवा रेड्डी एवं झारखण्ड इंटक के वरीय नेताओं ने राकेश्वर पांडेय को अध्यक्ष और पूरी वर्किंग कमेटी को मान्यता दी है और वर्किंग कमेटी की बैठक में उन्हें अध्यक्ष के रूप में माना है, आज उनके अध्यक्ष बनने के बाद झारखंड इंटक का नाम और कार्यों की जगह-जगह सराहना हो रही है. आज इंटक और यूथ इंटक दोनो अपने संविधान के अनुरूप झारखंड में तेजी से आगे बढ़ने का काम कर रही है. इंटक ने 980 यूनियनों की कई वर्षों से बिहार सरकार ने मान्यता रद्द की थी. उसकी लड़ाई लड़कर उसे फिर से मान्यता दिलवाने का कार्य किया. पूरे राज्य में इंटक की जिला स्तर की कमेटियां बन रही है. जिन पदाधिकारियों को इनमें इंटक का साथ देकर उसे मजबूत बनाना चाहिए, वह इसे गुमराह करने का काम कर रहे हैं. वो अपनी जिम्मेदारियों को निभा नहीं रहे हैं, उल्टे राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही कमजोर करने का कार्य कर रहे हैं. आज इंटक अपने सदस्यों की संख्या को बढ़ा रही है, उन्हें अब इंटक का आगे बढ़ना अच्छा नहीं लग रहा है. इन बातों के माध्यम से इंटक के कुछ नेताओं को जो की इंटक के खिलाफ काम करके इंटक को कमजोर करने का कार्य कर रहे हैं वो अनूप सिंह को गलत-गलत जानकारी देकर उल्टी सीधी बयानबाजी करवा रहे हैं. वो इसे न करे और संगठन की बातों को संगठन के अंदर ही बैठकर सुलझाएं, वो राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों को मानें और झारखंड इंटक को मजबूत करने का कार्य करें और जो जिम्मेदारियां राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें दी है उनको लेकर आगे बढ़ने का कार्य करें. केंद्र के वरिष्ठ नेतागण जब भी झारखंड इंटक का चुनाव करवाएंगे, वो तैयार हैं. इस बैठक मे यूनियन के महामंत्री मनोज कुमार सिंह, वरीय उपाध्यक्ष परविंदर सिंह, महेंद्र सिंह, सतनाम सिंह, मुन्ना खान, रमेश राव, पीएन सिंह, गौतम डे, एनके ओझा, दलजीत सिंह एवं कार्यकारिणी के सदस्य मौजद थे.
