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jharkhand-singh-mansion-vs-raghukul-झारखंड के सिंह मेंशन ने रघुकुल को पछाड़ा, बच्चा सिंह गुट को नहीं मिली मान्यता, जनता मजदूर संघ पर सिंह मेंशन का कब्जा

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सर्टिफिकेट के साथ मनीष सिंह.

धनबाद : धनबाद के चर्चित सिंह मेंशन और रघुकुल के बीच के विवाद में मंगलवार को नया मोड़ आ गया. भाजपा की पूर्व विधायक कुंती सिंह गुट यानी सिंह मेंशन के लोगों का कब्जा जनता मजदूर संघ पर हो गया है. झारखंड सरकार के निबंधन ट्रेड यूनियन की ओर से सिंह मेंशन यानी कुंती सिंह के गुट को ही मंजूरी दी है और उनको ही जनता मजदूर संघ का असल हकदार बताया है. जनता मजदूर संघ पर बच्चा सिंह गुट यानी रघुकुल निवास को बड़ा झटका लग गया है. कुंती देवी गुट के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने मंगलवार को कुंति निवास में संवाददाता सम्मेलन कर जानकारी दी कि उनको कानूनी विजय मिल चुका है और झारखंड सरकार के निबंधन विभाग ने उनको मंजूरी दे दी है. उन्होंने श्रम विभाग से जारी सर्टिफिकेट को भी दिखाया. मनीष सिंह ने कहा है कि उनके मजदूर संघ के नाम, लोगो और लेटर पैड का गलत इस्तेमाल कोई करता है तो कानूनी कार्रवाई की जायेगी. बच्चा सिंह और उनके लोग अगर जनता मजदूर संघ के नाम का इस्तेमाल करेंगे तो जेल जायेंगे. मनीष सिंह ने कहा कि जनता मजदूर संघ ही अब चलेगा, बच्चा गुट या कुंति गुट नहीं चलेगा, सिर्फ एक ही संघ है, जिसका लोगो, पैड और नाम वे लोग ही इस्तेमाल करेंगे और अगर बच्चा सिंह गुट के लोग इसका इस्तेमाल करेंगे तो कार्रवाई कानूनी अब होगी. मुकदमा होगा. आपको बता दें कि जनता मजदूर संघ एक जमाने में धनबाद का सबसे बड़ा मजदूर संघ था. इसकी स्थापना झरिया के बहुचर्चित विधायक स्वर्गीय सूरजदेव सिंह ने की थी. डेढ़ दशक प हले सूरजदेव सिंह के परिवार में उनकी मौत के बाद विवारद हो गया और उनके छोटे भाई झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री बच्चा सिंह ने अलग राजनीति शुरू कर दी. दूसरी तरफ सूरजदेव सिंह की पत्नी और झरिया की पूर्व विधायक कुंति सिंह ने जनता मजदूर संघ को अपने हाथों में ले लिया. इसके बाद धनबाद में जनता मजदूर संघ दो गुटों में बंट गया. दोनों गुट अपने को असली बताते थे, जिसके बाद कानूनी लड़ाई चल रही थी, जिसमें फैसला आया. कुंती गुट और बच्चा सिंह गुट चलता था, लेकिन श्रम विभाग ने अब कुंति देवी गुट को ही मंजूरी दी है.

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