
सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत स्थित नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड प्रबंधन ने राकेश्वर पांडेय के नेतृत्व वाले नीलांचल वर्कर्स यूनियन को मान्यता दे दी है. मंगलवार को इससे संबंधित पत्र यूनियन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए प्रबंधन ने उन्हें सौंपा. बता दें कि लंबे अरसे से नीलांचल कंपनी में कार्यरत कामगारों के यूनियन को लेकर विवाद चला आ रहा है. सोमवार को दोनों ही गुटों ने नई कमेटी का चुनाव किया था, जिसमें एक गुट ने इंटक नेता राकेश्वर पांडे को तो दूसरे ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष राम हांसदा को अध्यक्ष के रूप में चुना था, यूनियन में दो फाड़ होने के बाद सबकी निगाहें कंपनी प्रबंधन की ओर थी और यह सवाल उठ रहा था, कि कंपनी प्रबंधन द्वारा किस यूनियन को मान्यता दी जाएगी. मंगलवार को प्रबंधन द्वारा राकेश्वर पांडेय के नेतृत्व वाले यूनियन को मान्यता देने के बाद यह तय हो गया, कि लगातार तीसरी बार अध्यक्ष बने राकेश्वर पांडे की पैठ अभी तक कायम रहेगी. आपको बता दें कि भले ही कोई भी यूनियन का गठन कर लें, लेकिन श्रम कानून के मुताबिक, उसको कंपनी की अधीकृत यूनियन मानना है या नहीं, इसका फैसला मैनेजमेंट को ही लेना होता है. मैनेजमेंट जिसको मान्यता देता है, उसी यूनियन को अधीकृत यूनियन माना जाता है.