जमशेदपुर : टाटा कमिंस प्रबंधन और यूनियन के बीच सोमवार को ग्रेड रिवीजन वार्ता हुई. लंबे अंतराल के बाद करीब 2:30 बजे प्रबंधन और यूनियन के अधिकारियों के बीच वार्ता शुरू हुई. वार्ता के दौरान कर्मचारी पुत्रों के निबंधन का मुख्य मुद्दा छाया रहा. अति महत्वपूर्ण इस वार्ता में यूनियन ने प्रबंधन से जानना चाहा की एमडी अस्वथ राम के आश्वासन के बाद किस तरह का प्रपोजल बना है. लेकिन प्रबंधन अपने पत्ते नहीं खोलें और इसको ठंडे बस्ते में डालने का आग्रह किया. बीते दिनों कंपनी के एमडी अस्वत्थ राम के साथ यूनियन की बैठक हुई थी जिसमें यूनियन स्टीयरिंग कमिटी के अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर कर्मचारी पुत्रों के निबंधन करने की बात कही गई जिस पर एमडी ने आश्वासन दिया था. एमडी का कहना था कि फिलहाल मंदी चल रहा है इसलिए 2021 के बाद इस विषय पर बात की जाए. जबकि यूनियन का कहना था कि आप सिस्टम बनाई है. बहाली की बात बाद में करेंगे. मालूम हो कि कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन एक अप्रैल 18 से लंबित है. प्रबंधन और यूनियन के बीच वार्ड रजिस्ट्रेशन पर सहमति नहीं बन पा रही हैं. यूनियन का कहना है कि वार्ड रजिस्ट्रेशन पर निर्णय होने के बाद ही वह प्रबंधन के साथ अन्य बिंदुओं पर बातचीत शुरू करेगी. यूनियन का कहना है कि वे मूल रूप से टाटा मोटर्स के कर्मचारी रहे हैं. ऐसे में उनका पहला हक टाटा मोटर्स में वार्ड रजिस्ट्रेशन का बनता है. अगर टाटा मोटर्स में वार्ड रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाता है तो टाटा कमिंस में वार्ड रजिस्ट्रेशन किया जाये.