जमशेदपुर : टाटा कमिंस यूनियन के मामले में नया मोड़ आ गया है. टाटा कमिंस यूनियन के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह को बरखास्त करने के मामले में श्रम विभाग ने जमशेदपुर के डीएलसी को स्थानीय लेबर कोर्ट में कंपनी के एमडी अश्वथ राम, एसोसिएट निदेशक अंजली पांडेय, राजीव बत्रा, डायरेक्टर गिरीश बाग, राजेंद्र पाटेकर, असीम मुखोपाध्याय, जोनाथन व्हाइट, एचआर हेड पल्लवी देसाई, प्लांट हेड मनीष कुमार झा, सीनियर जेनरल मैनेजर दीप्ति महेश्वरी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. जमशेदपुर के टाटा कमिंस प्लांट में मैनेजमेंट के खिलाफ आवाज उठाने वाले यूनियन के नेता और महामंत्री अरुण सिंह को ही बरखास्त कर दिाय गया था. इस बरखास्तगी को श्रम विभाग के पास चुनौती दी गयी थी. इस चुनौती के बाद नोटिस भी मैनेजमेंट को दिया गया था, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया, जिसके बाद डीएलसी ने राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दिया था और केस दर्ज करने की बात कहीं गयी थी और इजाजत मांगी थी. बर्खास्तगी पर नोटिस जारी कर प्रबंधन से फिर पूछा कि प्रबंधन ने औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के तहत उल्लेखित अनुचित श्रम व्यवहार करने व स्टैंडिंग आर्डर से बाहर जाकर एक कर्मचारी को बर्खास्त करने की कार्रवाई की है. एक ही मामले में दो अलग-अलग कार्रवाई की गई है. यूनियन के चार नेताओं ने आपस में मारपीट की थी. इसकी शिकायत थाने में किसी पक्ष ने नहीं की. इस मामले में एक नेता को बर्खास्त कर दिया गया जबकि तीन नेताओं को छोड़ दिया गया. यह कार्रवाई समझ से परे है. प्रबंधन को जवाब देने का यह अंतिम मौका दिया जा रहा है.
टाटा कमिंस की आमसभा में कई फैसले
टाटा कमिंस की बोर्ड मीटिंग गुरुवार को आनलाइन हुई, जिसमें कंपनी के विकास से लेकर इसके उत्पादन-उत्पादकता व गुणवत्ता में और निखार लाने पर जोर दिया गया. निदेशकों की इस मीटिंग में टाटा कमिंस के चेयरमैन गिरीश वाग, प्रबंध निदेशक अश्वथ राम समेत सभी प्लांटों के प्रमुख, वरीय अधिकारी व निदेशक मंडल के सदस्य शामिल हुए. बैठक की शुरूआत में ही कोविड-19 को लेकर उत्पन्न परिस्थितियों व उससे निपटने में कंपनी की भूमिको को सराहा गया. इसके साथ ही कोरोना काल में भी कंपनी के बेहतर प्रदर्शन पर संतोष जताया गया. जमशेदपुर प्लांट की स्थिति पर भी चर्चा की गई. कहा गया कि किसी भी सूरत में कंपनी गलत का साथ नहीं देगी. कंपनी के कोड ऑफ कंडक्ट से समझौता नहीं होगा. टाटा कमिंस के जमशेदपुर प्लांट में प्लांट हेड की नियुक्ति की जानकारी व मनीष झा की पदोन्नति आदि की जानकारी भी दी गई. इसके अलावा टाटा कमिंस के जमशेदपुर प्लांट समेत पुणा, फल्टन आदि इकाइयों के भावी योजनाओं व उसके विस्तार पर चर्चा की गई. कंपनी के आंतरिक मामले से लेकर कंपनी के विकास पर भी रणनीति बनेगी.
tata-cummins-टाटा कमिंस यूनियन महामंत्री की बरखास्तगी मामले में नया मोड़, एमडी समेत कई अधिकारियों पर चलेगा केस, श्रम विभाग ने लिया फैसला-management-कंपनी की बोर्ड मीटिंग में कई फैसले, कोड ऑफ कंडक्ट के साथ मजाक करने वाले के आगे नहीं झुकने का फैसला
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