जमशेदपुर : टाटा समूह और जमशेदपुर के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी जी टाटा का 183 वां जयंती मना रहा है. टाटा साहब की जयंती के मौके पर जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित पोस्टल पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, टाटा स्टील के सीईओ व प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन, टाटा संस के पूर्व निदेशक डॉ जेजे ईरानी, टाटा स्टील के वीपी सीएस चाणक्य चौधरी, टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) के एमडी तरुण डागा समेत अन्य अधिकारियों ने संस्थापक को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पोस्टल पार्क में शहरवासियों को संबोधित करते हुए टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शहरवासियों को संस्थापक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहुत जल्द टाटा स्टील 20 मिलियन टन से अपनी क्षमता को दोगुना करेगा और यह 40 मिलियन टन स्टील उत्पादन करने लगेगा. (नीचे देखे पूरी खबर)
जमशेदपुर प्लांट से लेकर तमाम प्लांट का विस्तार किया जायेगा. इसकी तैयारी तेज गति से चल रही है. श्री चंद्रशेखरन ने कोरोना त्रासदी को याद करते हुए कहा कि टाटा स्टील के साथ हम सभी लोगों ने इस मुश्किल की घड़ी को देखा है. उन्होंने डॉक्टरों, नर्सों, कर्मचारियों व उनके परिजनों का आभार जताते हुए कहा कि इस मुश्किल की घड़ी में भी उनका लगातार सपोर्ट मिला जिसके कारण कभी भी उत्पादन को प्रभावित नहीं होने दिया गया. हम लगातार आगे बढ़ते रहे जिसका नतीजा है कि हमारा आर्थिक प्रदर्शन भी बेहतर रहा. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी महामारी के दौरान ऑक्सीजन को लेकर जिस तरह से देशभर में हाहाकार मचा रहा, उसे टाटा स्टील ने दूर करने का प्रयास किया. टाटा स्टील ने विदेश से क्रायोजेनिक मेडिकल सिलेंडर आयात कराया. उन्होंने खुद टाटा प्रबंधन से फोन कर ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाने के लिए कहा जिसमें कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देने में सहयोग किया. टाटा स्टील ने 100 की ऑक्सीजन उत्पादन को 1000 तक ले जाकर देश की जरूरतों को पूरा किया. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने इस दौरान अस्पताल में बेड की व्यवस्था, आइसोलेशन वार्ड के साथ टीकाकरण की व्यवस्था में पूरा सहयोग दिया. (नीचे देखे पूरी खबर)
श्री चंद्रशेखरन ने कहा कि हमने देश हित में अपनी जिम्मेदारी को निभाई. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जो स्थिति थी उसमें आम जनता, जिला प्रशासन का टाटा स्टील को लगातार सपोर्ट रहा, जिसके कारण कंपनी इस मुश्किल दौर से उबरने में कामयाब रही. इसके लिए उन्होंने सरकार के साथ आम जनता के साथ जिला प्रशासन का भी आभार जताया. उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप जमशेदपुर में टाटा समूह से जुड़े सारे बिजनेस को लाने जा रही है और यहां निवेश करेगी. तनिष्क, बिग बास्केट, वन एमजी, टाटा पावर का सोलर प्रोजेक्ट इस बात का गवाह है कि टाटा समूह जमशेदपुर को ईज आफ लिविंग बिजनेस देने के लिए कृतसंकल्पित है. उन्होंने बताया कि डिजिटल क्षेत्र में टाटा के इस शहर जमशेदपुर को नेशनल बेंचमार्क बनाना चाहता है, जिससे टाटा शहर वर्ल्ड क्लास सिटी बन सके. (नीचे देखे पूरी खबर)
उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने इस दशक तक अपनी उत्पादन क्षमता को 20 मिलियन टन से 40 मिलियन टन करने का लक्ष्य रखा है. इसको लेकर लगातार निवेश किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर आने पर उन्हें प्रिविलेज महसूस होता है, प्रेरणा व प्रोत्साहन मिलता है. श्री चंद्रशेखरन ने कहा कि वे चाहते है कि जमशेदपुर के लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ को और अधिक बेहतर बनाया जाये. इससे पूर्व टाटा स्टील यूटिलिटीज इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पहले जुस्को) के एमडी तरुण डागा ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और कहा कि जमशेदपुर को और बेहतर बनाने के संकल्प के साथ वे लोग काम कर रहे है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में काफी बेहतर रैंक जमशेदपुर का आया है और इसको और आगे ले जाने की जरूरत है. इस मौके पर सारे लोगों ने संस्थापक को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर काफी कम लोगों को वहां आने दिया गया था ताकि कोरोना के गाइडलाइन का पालन किया जा सके. कार्यक्वम का संचालन टाटा स्टील यूआइएसएल की सुकन्या दास ने किया.