जमशेदपुर : टाटा समूह वैसे तो देश को आर्थिक तौर पर सशक्त करने में अपनी भूमिका निभाती रही है, लेकिन कोरोना वायरस जैसे महामारी के मौके पर टाटा समूह और टाटा ट्रस्ट की ओर एक साथ मिलकर देश को इस लड़ाई में जीताने के लिए अपना खजाना खोल दिया है. टाटा ट्रस्ट की ओर से रतन टाटा ने 500 करोड़ रुपये की मदद दी है. रतन टाटा ने अपने बयान में कहा है कि टाटा ट्रस्ट्स और टाटा ग्रुप की कंपनियों ने इसके पहले भी जरुरत की घड़ी में देश की मदद की है. अभी समय की जरुरत अन्य किसी भी जरुरत से बड़ी है. आज के इस असाधारण मुश्किल दौर में, मेरा मानना है कि मानव जाति के सामने आयी हुई आज तक की सबसे कठिन चुनौतियों में से एक कोविड 19 विपदा के खिलाफ लड़ने के लिए जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्काल आपातकालीन संसाधनों को तैनात करने की आवश्यकता है. आज टाटा ट्रस्ट्स, सभी प्रभावित समुदायों की सुरक्षा और सक्षमीकरण के लिए अपनी प्रतिज्ञा को जारी रखते हुए 500 करोड़ रुपये इन कार्यों के लिए प्रतिबद्ध कर रहा है –
· फ्रंटलाइन पर कार्यरत चिकित्सा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण
· बढ़ते हुए मामलों के इलाज के लिए श्वसन प्रणाली (रेस्पिरेटरी सिस्टम्स)
· टेस्टींग की क्षमता को हर व्यक्ति तक बढ़ाने के लिए टेस्टींग किट्स
· संक्रमित मरीजों के लिए मॉड्यूलर उपचार सुविधाओं की स्थापना
· स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आम जनता तक जानकारी पहुंचाने के लिए प्रबंधन और प्रशिक्षण
टाटा ट्रस्ट्स, टाटा सन्स और टाटा समूह की कंपनियां अपने स्थानीय और वैश्विक सहयोगियों और सरकार के साथ मिलकर वंचित लोगों तक पहुंचने के लिए प्रयास करने वाले एक संयुक्त सार्वजानिक स्वास्थ्य सहयोग मंच पर इस संकट के खिलाफ लड़ रहे हैं. इस महामारी से लड़ने के लिए अपने जीवन और सुरक्षा को जोखिम में डालकर काम कर रहे सदस्य संगठनों के प्रत्येक व्यक्ति के प्रति हम बहुत सम्मान महसूस करते हैं और उनके अत्यंत आभारी हैं.
रतन टाटा से प्रभावित होकर टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने 1000 करोड़ देने की घोषणा की
रतन टाटा द्वारा 500 करोड़ रुपये की घोषणा करने के साथ ही टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भी इस मुश्किल भरे समय में एक हजार करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. कुल एक हजार करोड़ के जरिये टाटा समूह की ओर से कोरोना वायरस से लड़ाई में केंद्र और राज्य् सरकारों के साथ मिलकर काम करेगी. एन चंद्रशेखरन ने इसको लेकर जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि रतन टाटा के मार्गदर्शन के आधार पर हम लोग काम करेंगे और टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर टाटा समूह काम करेगी और देश की सेवा के लिए एक हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा. इसके जरिये वेंटिलेटर का निर्माण कराया जायेगा. जबकि संकट की घड़ी में देश को मजबूत बनायेंगे.