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tata-main-hospital-advisory-committee-टीएमएच के चिकित्सकों का फिर से शुरू हो सकता है प्राइवेट प्रैक्टिस, यूनियन महामंत्री के प्रस्ताव पर मैनेजमेंट ने कहा-अभी सभी पहलुओं को देखने के बाद ही कुछ फैसला लेगी

राशिफल

जमशेदपुर : टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के चिकित्सकों का एक बार फिर से प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू हो सकता है. टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह के प्रस्ताव पर मैनेजमेंट की ओर से कहा गया है कि अभी सभी पहलुओं को देखने के बाद ही किसी तरह का फैसला लिया जायेगा. इस पर महामंत्री ने प्रस्ताव दिया कि कोविड-19 की अवधि तक चूंकि सबको सोशल डिस्टेंसिंग में रहना होगा, इस कारण सबको प्राइवेट प्रैक्टिस देने से यह होगा कि एक जगह पर भीड़ कम लगेगी. कंपनी की ओर प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करने के लिए डॉक्टरों को दिया जाने वाला एलाउंस को भी बंद किया जा सकता है. यह प्रस्ताव महामंत्री ने अस्पताल एडवाइजरी कमेटी की हुई बैठक में दिया. ऑनलाइन ही हुई इस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी और नये जीएम डॉ सुधीर राय के अलावा टाटा स्टील के वीपी सीएस चाणक्य चौधरी, वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी, टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान कोरोना वायरस को लेकर टीएमएच की हो रही तैयारियों के बारे में अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने कहा कि 150 लोगों के लिए कदमा का जीटी हॉस्टल को में 150 लोगों के लिए आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है जबकि नर्स हॉस्टल में 120 लोगों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. टीएमएच के पुरानी बिल्डिंग के वार्ड को कोविड मरीजों के लिए रखा गया है जबकि अस्पताल में नया आइसोलेशन वार्ड भी बनाया जा चुका है. जीएम ने बताया कि अभी टीएमएच में गैर जरूरी सर्जरी या ऑपरेशन नहीं कर रहे है यानी जिसको टाला जा सकता है, उसको टाल दिया जा रहा है.

टीएमएच के ठेका मजदूरों को भी वेतन बढ़ाने की उठी मांग
टाटा वर्कर्स यूनियन के महासचिव सतीश सिंह ने बताया कि टीएमएच में अधिकांश काम ठेका मजदूर कर रहे है. कई मजदूरों ने शिकायत की है कि उनका वेज रिवीजन या वेतन बढ़ोत्तरी तक नहीं मिल रहा है. यह सीधे तौर पर टीएमएच का मामला नहीं है, लेकिन अगर वैसे ठेका मजदूरों को दिक्कत होगी तो कहीं न कहीं इलाज प्रभावित होगी, इस कारण ठेका मजदूरों को भी वेतन मिलना ही चाहिए.

कैंसर के मरीजों का इलाज की बेहतर व्यवस्था करने की जरूरत
टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय ने अस्पताल एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में कहा कि कैंसर के मरीजों का सहसी फीडबैक या सही जवाब नहीं मिल रहा है. जो मरीज जाते है, उनको सही तरीके से इलाज क्या हो रहा है और क्या हो सकता है, यह नहीं बताया जाता है. डिप्टी प्रेसिडेंट के इस सवाल पर अध्यक्ष आर रवि प्रसाद और महामंत्री सतीश सिंह ने भी साथ दिया और ककहा कि यह शिकायतें आम हो चुकी है. इस पर वीपी सीएस और जीएम ने कहा कि इस मसले का हल जल्द निकाल लिया जायेगा.

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