जमशेदपुर : ऑटोमोबाइल सेक्टर में छाई मंदी विकराल रूप लेते जा रहा है. वैसे देश और राज्य की सरकार मंदी की बात से साफ तौर पर इनकार करती आ रही है, लेकिन मंदी है, यह कंपनियों के हालात बता रहे है. इसका ज्यादा असर देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स पर दिख रहा है. एक बार फिर टाटा मोटर्स प्रबंधन ने 25 अक्टूबर से 3 दिन ब्लॉक क्लोजर लेने की घोषणा की है. इस संबंध में प्लांट हेड विशाल बादशाह हस्ताक्षरित मंगलवार को सर्कुलर जारी कर दिया गया. इसके मुताबिक 25 अक्टूबर शुक्रवार, 26 अक्टूबर शनिवार एवं 28 अक्टूबर सोमवार को कंपनी ब्लॉक क्लोजर में रहेगी जबकि 27 अक्टूबर, रविवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा. इस तरह कंपनी 25 अक्टूबर से लगातार 4 दिनों तक बंद रहेगी. उत्पादन ठप रहेगा. मालूम हो कि टाटा मोटर्स प्रबंधन ने अक्टूबर माह में इसे लेकर चौथी बार ब्लॉक क्लोजर ले चुकी है. पहली बार इस माह 1 दिन का ब्लॉक कॉलर 1 अक्टूबर, दूसरी बार 5 व 7 तथा 9 अक्टूबर को एक-एक दिन का ब्लॉक कर लिया था. जबकि तीसरी बार प्रबंधन ने 2 दिन का ब्लॉक क्लोजर 18 एवं 19 अक्टूबर को लिया था. जमशेदपुर प्लांट में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 31 ब्लॉक क्लोजर लिए जा चुके हैं. जबकि आगामी 25 से होने वाले ब्लॉक क्लोजर को जोड़ दिया जाए तो कुल 34 क्लोजर हो जाएगी. प्रबंधन के बीच हुए समझौते के तहत कंपनी प्रबंधन इस वित्तीय वर्ष में कुल 39 दिनों का ब्लॉक कर ले सकती है. ब्लॉक क्लोजर के दौरान आधे दिन का पैसा कंपनी देती है और आधे दिन का पैसा कर्मचारियों की छुट्टी से एडजस्ट किया जाता है. अस्थाई कर्मचारियों के साथ-साथ बायसिक्स कर्मियों को ब्लॉक क्लोजर के दौरान ड्यूटी से बैठा दिया जाता है. नियम के तहत टाटा मोटर्स इस साल अब सिर्फ पांच दिन और क्लोजर ले सकेगी. ऐसे में टाटा मोटर्स प्रबंधन और यूनियन एक और समझौता बहुत जल्द कर सकती है ताकि क्लोजर की संख्या को और बढ़ाया जा सके. वैसे इसको लेकर अब तक प्रबंधन और यूनियन इंकार कर रही है. वैसे आपको यह भी बता दें कि टाटा मोटर्स के इतिहास में आज तक यानी वर्ष 1945 के बाद से लेकर आज तक 74 साल में इतना ज्यादा क्लोजर कंपनी कभी नहीं ली थी.