
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स मैनेजमेंट और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच बोनस समझौता सोमवार को हुआ. प्रबंधन की ओर से वीपी ऑपरेशन विशाल बादशाह, टाटा मोटर्स प्लांट हेड रविंद्र कुलकर्णी, एचआर हेड मोहन गड़ा, आईआर हेड सौमिक राय, यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह सभी पदाधिकारी इस समझौते में सम्मिलित हुए. वार्षिक बोनस समझौता में औसत 43485 रुपये, अधिकतम 57900 रुपये और लगभग 5600 कर्मचारियों के बीच बोनस वितरित होगा. वहीं, सेवानिवृत होने वाले वाले कर्मचारी को उपहार स्वरूप 13030 लगभग 200 कर्मचारी, जो इस स्कीम के तहत हैं उनको दिया जाएगा. इस समझौते में जो आज महत्वपूर्ण विषय रहा वह रिकॉर्ड संख्या में अस्थाई कर्मियों का स्थाईकरण होना रहा. कुल 355 अस्थाई कर्मचारियों को स्थायी किया जा रहा है. कंपनी में कार्यरत 350 अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने पर सहमति बनी. (नीचे भी पढ़ें)

वहीं, टाटा मोटर्स अस्पताल में काम करने वाली पांच नर्स को स्थाई किया जाएगा. इस मौके पर टाटा मोटर्स मुख्य गेट से बैंड बाजे के साथ अस्थाई कर्मियों द्वारा फूल माला से सम्मानित कर जुलूस के स्वरूप में यूनियन प्रांगण तक लाया गया, जिसमें भारी संख्या में कर्मचारियों ने शिरकत कि. यूनियन के सभी सदस्य आरके सिंह फैंस क्लब के सदस्य एवं आम कर्मचारियों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ यूनियन प्रांगण में आए. विभिन्न डिवीजनों के लोगों ने माला पहनाकर अध्यक्ष, महामंत्री एवं सलाहकार प्रवीण सिंह का स्वागत किया. आकाश फाउंडेशन के आकाश सिन्हा एवं उनके सदस्य आरके सिंह फैंस क्लब के सदस्य अस्पताल से कई नर्स स्वागत में शामिल हुए. (नीचे भी पढ़ें)
इस अवसर पर सलाहकार प्रवीण सिंह ने कहा कि आज के समझौता में यूनियन ने एक तरफ जहां बोनस की राशि पिछले वर्ष से अधिक प्राप्त करने में सफल हुए, वहीं ऐतिहासिक रूप से बड़ी संख्या में स्थायीकरण करने का काम आज यूनियन ने किया है. स्थायीकरण एक बड़ी चीज है, बोनस की राशि एक दो महीने में समाप्त हो जाएगी, लेकिन स्थाईकरण होने से उसके पूरे परिवार का रहन-सहन एवं विकास हो जाता है. इस अवसर पर महामंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि टाटा मोटर्स के यूनियन और प्रबंधन के बीच बोनस के साथ-साथ स्थायीकरण की परंपरा चली आ रही है और आज हम लोगों ने 350 कर्मचारी का स्थायीकरण किया, जिसमें 5 नर्स का स्थायीकरण भी शामिल है. (नीचे भी पढ़ें)
सके साथ-साथ कई मुद्दों पर प्रबंधन से सहमति बनी. इसमें तय हुआ कि बहुत जल्द ही मल्टी स्किल, जो कोरोना काल में बंद हो गया था पुनः आरंभ होगा. जो बच्चे एफटीए एवं टीएमएसटी ट्रेनिंग करके बैठे हैं. बहुत जल्द ही उन्हें बाय सिक्स के रूप में कंपनी में बुलाया जाएगा. इस अवसर पर अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने अपने संबोधन में कहा कि हम आप सब मजदूरों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने गर्मजोशी के साथ हम लोगों का स्वागत किया, बहुत सारी बातें अभी प्रबंधन के साथ प्रगति के पथ पर है. आने वाले समय में मजदूर के बच्चों का बेहतर नियोजन किया जाए. (नीचे भी पढ़ें)
इस पर रूपरेखा तैयार किया जा रहा है, जो बच्चे डिप्लोमा डिग्री की पढ़ाई कर चुके हैं, उसका नियोजन और रजिस्ट्रेशन कराए हुए बच्चों को अप्रेंटिस के माध्यम से तय समय में स्थाई नियोजन की ओर बातचीत प्रबंधन से फाइनल स्टेज पर है. कई महत्वपूर्ण योजना जो मजदूरों के सीधे हित से जुड़ी हुई है इस बोनस वार्ता के दौरान पटल पर रखी गई और उसकी अंतिम रूप कुछ दिनों में दे दिया जाएगा. इस तरह से यूनियन ने पूरा प्रयास किया है कि हम अपने मजदूर के बच्चों का जीवन को कैसे सवार सकें और जो परंपरा रही है और जो कंपनी की जरूरत है दोनों में तालमेल हम लोग बेहतर करने का काम करेंगे.