जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट की अधीकृत टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन का कमेटी मीटिंग शनिवार को हुई. यूनियन कार्यालय में कमिटी मीटिंग आयोजित की गई. यह मीटिंग सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए दो पाली में की गई. इस बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने की. महामंत्री आरके सिंह के साथ-साथ सलाहकार प्रवीण सिंह उपस्थित हुए. सभी कमेटी मेंबर और ऑफिस बियरर (पदाधिकारी) इस बैठक में शामिल हुए. बैठक में विषय प्रवेश कराते हुए महामंत्री ने बताया कि बोनस की चार वार्ता हो चुकी है. महामंत्री और अध्यक्ष लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि एक बेहतर से बेहतर बोनस समझौता साथ-साथ में अस्थायी कर्मियों का स्थायीकरण हो सके. लेकिन वर्तमान परिस्थिति में प्रबंधन की ओर से विस्तृत रूप से बताया जा रहा है कि कम्पनी की आर्थिक हालात बहुत खराब है, ऐसी परिस्थिति में प्रबंधन स्थायीकरण पर एकदम तैयार नहीं थी. बहुत कहने सुनने के बाद बहुत कम संख्या में करने को तैयार हुई है जो कि अध्यक्ष और महामंत्री को यह स्वीकार नहीं है. इसके बाद बारी-बारी से सभी कमेटी मेंबर ऑफिस बियरर अपनी बात को रखें. कुल मिलाकर सभी ने इस बात के लिए अध्यक्ष और महामंत्री को अधीकृत किया कि आप अपने विवेक से निर्भीक होकर वार्ता करें जो भी निर्णय वे लोग लेंगे, उनको उस पर विश्वास है कि मजदूरों के हित में लेंगे. साथ ही साथ इस विपरीत परिस्थिति में बेहतर प्रमोशन पॉलिसी लाना, प्रमोशन के बाद डबल इंक्रीमेंट मिलना, कई महिलाओं का तकनीकी कारणों से जो उनका प्रेगनेंसी लीव का रुकावट था, उनको दूर करना इत्यादि कार्यों के लिए कमेटी मेंबरों द्वारा पूरे ऑफिस बियरर और अध्यक्ष और महामंत्री के साथ सलाहकार को बार-बार धन्यवाद दिया. कंपनी द्वारा कोविड-19 को लेकर की गई तैयारियों एवं ठेकेदार मजदूर को लॉकडाउन के दौरान वेतन देने के लिए मैनजेमेंट की भी सराहना की गयी और आभार जताया गया और आशा व्यक्त की गयी कि उनको बेहतर बोनस और स्थायीकरण किया जाएगा. सलाहकार ने कमेटी मेंबरों को बताया कि कुशल नेतृत्वकर्ता वही है जो विपरीत परिस्थिति में प्रबंधन की स्थिति को भी समझे और अपने मजदूरों के भावना को समझते हुए कार्य को पूर्ण करें. यह समय सभी कमेटी मेंबरों के लिए जिम्मेवारी लेने का समय है.
यदि परिस्थिति ठीक नहीं है तो थोड़े कम में गुजारा करना पड़ सकता है।. यूनियन पर मजदूरों का विश्वास बना रहे, इसके लिए अध्यक्ष और महामंत्री निश्चित तौर पर बेहतर से बेहतर समझौता करेंगे. महामंत्री आरके सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि आप लोगों ने जो विश्वास मुझ पर और अध्यक्ष पर दिखाया है उस पर हम दोनों खरा उतरने की कोशिश करेंगे. हम लोग पूरा प्रयास करेंगे कि इस बार भी दुर्गा पूजा और दिवाली में कुछ अस्थायी कर्मियों के घरों में एक विशेष खुशी लेकर आए. संख्या मैं नहीं अभी बोल सकता पर जब तक हम लोग संतुष्ट नहीं होंगे, तब तक समझौता नहीं करेंगे. श्री सिंह ने कहा कि हां यह सच्चाई है की परिस्थिति को देखकर निर्णय लेना कुशल नेतृत्व का काम है और आप सब भी नेतृत्वकर्ता हैं. स्थिति को आम मजदूरों तक समझाना आपकी सभी की जिम्मेवारी हैं. आप सबने जो विश्वास यूनियन पर किया है, तमाम मजदूर जो यूनियन पर विश्वास कर रहे हैं, उनका विश्वास बनाए रखना हम लोग की जिम्मेवारी है और उसके लिए कृत संकल्प है. अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने अपने वक्तव्य में कहा इस बार सचमुच में कठिन वातावरण है. ऐसे वातावरण में एक अच्छा परमानेंसी का संख्या निकालना, फिलहाल तो एक पहाड़ जैसा दिख रहा है. लेकिन आप सबों की चट्टानी एकता यूनियन के प्रति विश्वास निश्चित तौर पर प्रबंधन को यूनियन की बात मानने के लिए बाध्य कर देगा. साथ ही साथ आपकी चट्टानी एकता मजदूरों में भी वर्तमान परिस्थिति को बतलाने और हर परिस्थिति में साथ देने का लगन पैदा करेगा. हाल के दिनों में जो पदोन्नति हुई है एवं अन्य मजदूर हित में कार्य हुए हैं उसके लिए आप लोगों ने धन्यवाद दिया, मैं इस बैठक के माध्यम से प्रबंधन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि लगातार आर्थिक नुकसान के बाद भी मजदूर हित का कार्य कहीं भी नहीं रुका और मजदूरों का भी धन्यवाद देना चाहूंगा की विषम परिस्थिति में भी उन्होंने अपना कार्य बड़ी वफादारी के साथ निभाया. अंत में धन्यवाद ज्ञापन अनिल शर्मा ने किया. मंच का संचालन प्रकाश विश्वकर्मा ने किया.