जमशेदपुर : टाटा मोटर्स की अधीकृत यूनियन टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनयिन के पदाधिकारियों ने लॉकडाउन के बीच कंपनी के चालू होने के बाद क्या किया जाना है और क्या नहीं किया जाना है, इसको लेकर विशेष रणनीति बनायी. गुरुवार को पूरे लॉकडाउन के बीच ऑनलाइन मीटिंग हुई, जिसमें कई मामलों पर बातचीत की. इस मीटिंग में अध्यक्ष गुरमित सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों ने अपने रिचार रखे और कहा कि वे लोग सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक कंपनी में काम करने को तैयार है. कंपनी का संचालन किया जाना चाहिए ताकि कामकाज शुरू हो नहीं तो आर्थिक स्थिति और खराब होती चली जायेगी. इस कारण कंपनी को नियमों के साथ शुरू किया जाना चाहिए, जिसमें यूनियन भी अपना सहयोग निभायेगी. इस दौरान सभी कमेटी मेंबरों को एक साथ जोड़ने के लिए भी पदाधिकारियों की चार अलग-अलग टीमें बनायी गयी है. यह टीम कमेटी मेंबरों के साथ बातचीत करेगी और वाट्सएप ग्रुप पर ही मजदूरों की समस्या का निराकरण करेंगे. इसके अलावा सभी के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी लेने को कहा गया. इस दौरान यह बताया गया कि टाटा मोटर्स को अगर जल्द नहीं खोला जायेगा तो स्थिति ठीक नहीं हो सकेगी. कंपनी से जुड़े आदित्यपुर के आयडा क्षेत्र के मजदूर बेरोजगार हो चुके है, जिनके रोजी-रोजगार के लिए भी कंपनी को चालू करना जरूरी है. इस मीटिंग में बनायी गयी चार कमेटी बनायी गयी है, जिसमें से एक टीम में बीके शर्मा, एमएन राव, पीके मोहंती, अमित कुमार, केपी शर्मा, आरएन सिंह जबकि दूसरी टीम में प्रकाश विश्वकर्मा, हरदीप सिंह सैनी, प्रवीण कुमार, नवीन कुमार, सिंटू कुमार, रवि जायसवाल को शामिल किया गया है. इसके अलावा एक टीम अनिल शर्मा, एसएन सिंह, पीके दास, एमके सिंह, अशोक उपाध्याय को शामिल किया गया है. एक और टीम बनाया गया है, जिसमें मोहम्मद अमानुद्दीन, पवन सिंह, मनोज कुमार, अजय भगत और आरआर दुबे शामिल है.
tata-motors-workers-union-टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने बनायी ठोस रणनीति, पहली बार हुई ऑनलाइन मीटिंग
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