
जमशेदपुर : टाटा स्टील की सिंगापुर स्थित टीएस ग्लोबल होल्डिंग्स ने अपनी सारी हिस्सेदारी को बेच दी है. स्टील और लौह अयस्क के लिए काम करने वाली कंपनी टॉपटिप होल्डिंग पीटीई लिमिटेड (टॉपटिप) के साथ समझौता किया गया, जिसके तहत टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी को बेचा गया है. नैटस्टील होल्डिंग्स पीटीई में अपनी सौ फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेची है, जिसकी कीमत 1275 करोड़ रुपये यानी 172 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बेचा गया है. लेनदेन के लिए व्यवसाय के ऐतिहासिक प्रदर्शन को आधार माना गया, जिसके 13 गुणा अधिक में यह कंपनी बेची गयी है. वैसे टाटा स्टील ने थाईलैंड में नैटस्टील (सियाम इंडस्ट्रियल वायर्स) के वायर बिजनेस को अब तक बरकरार रखा है. इसके जरिये कंपनी अपने घाटे को कम करेगी.
विदेशों के घाटे की कंपनियों को बेचेगी टाटा स्टील, भारत पर फोकस
वैसे टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन पहले भी बोल चुके है कि कंपनी भारत पर ही फोकस कर रही है. हालांकि, टाटा स्टील ने कभी यह नहीं कहा कि वह सारे विदेशी संयंत्रों को बेचेगी, लेकिन टाटा स्टील यूरोप (कोरस) के घाटे और कंपनी के सारे कर्जें को कम करने के लिए विदेशों में घाटे में चलने वाली कंपनियों को जरूर टाटा स्टील बंद करना चाहती है. इस दिशा में कई बार प्रयास हुए है, लेकिन कहीं न कहीं आकर सौदा रुक जाता है. लेकिन नैटस्टील की बिक्री ने टाटा स्टील को और सशक्त किया है.