
जमशेदपुर : देश की सबसे बड़ी निजी इस्पात कंपनी में से एक टाटा स्टील अब नये अवतार में नजर आने वाली है. इस नये वित्तीय वर्ष के साथ ही नये अवतार की तैयारी शुरु हो चुकी है. इस ओर कंपनी ने बड़े कदम उठाये है. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अपने पहले ही दौरा पर टाटा स्टील के कंपनियों की संख्या और इसके बिखराव को समेटने का निर्देश टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन को दिया था, जिसको लेकर अब कदम उठाये जा रहे है. पहले से ही इसको लेकर कदम उठाये जा रहे थे और अब यह धरातल पर उतरने लगा है. इस कड़ी में टाटा स्टील ने स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी है कि कंपनी ने अपने स्टेक (शेयरों) को समायोजित करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. टाटा स्टील चार यूटिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में समायोजित करते हुए कंपनी बना रही है. इसके तहत पूरे देश में इसी दिशा में कंपनी काम करेगी. इसके तहत पहले इंफ्रास्ट्रक्चर और यूटिलिटीज के क्षेत्र में जबकि लांग प्रोडक्ट, माइनिंग और डाउनस्ट्रीम के सेक्टर में टाटा स्टील एक साथ कंपनी को समायोजित कर तैयार कर रही है. टाटा स्टील ने हाल ही में जमशेदपुर यूटिलिटीज एंड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (जुस्को) का नाम टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (टीएसयूआइएसएल) कर दिया है और सर्विस सेक्टर की सारकी कंपनी को इसमें ही समायोजित कर रही है. शनिवार को कंपनी ने टाटा स्टील स्पेशल इकॉनॉमिक जोन लिमिटेड और टाटा पिगमेंट कंपनी के सारे शत-प्रतिशत स्टेक को टीएसयूआइएसएल, जो जुस्को थी, में समायोजित कर दी है. टाटा स्टील ने इसके साथ ही जेमीपोल कंपनी के 32.67 फीसदी स्टेक और निको जुबिली पार्क लिमिटेड के 20.99 फीसदी स्टेक को टीएसयूआइएसएल (पहले जुस्को) में समायोजित कर दी है. इससे पहले वर्ष 2020 के नवंबर माह में टाटा स्टील ने टाटा मेटालिक्स और इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट लिमिटेड कंपनी (तार कंपनी) को टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट में समायोजित करने की घोषणा की थी. इससे पहले जनवरी 2021 में टाटा स्टील ने अपनी कंपनी टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (पहले टीएसपीडीएल और टाटा रायसन कंपनी जिसका नाम था) में निप्पन स्टील और टाटा स्टील की संयुक्त उपक्रम वाली कंपनी जमशेदपुर कंटीन्यूअल एनीलिंग एंड प्रोसेसिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (जेसीएपीसीपीएल) कंपनी के 51 फीसदी स्टेक को समायोजित कर दी थी. इसी तरह टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम में ही टाटा ब्लूस्कोप स्टील का 50 फीसदी स्टेक को समायोजन कर दिया गया था. टाटा स्टील अभी लांग प्रोडक्ट का काम करने वाली कंपनियों को टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट कंपनी लिमिटेड (उषा मार्टिन का अधिग्रहण के बाद जो नाम दिया गया) में समायोजित करेगी जबकि टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम कंपनी (पहले टीएसपीडीएल और टाटा रायसन कंपनी जिसका नाम था) को डाउनस्ट्रीम से जुड़ी कंपनियों को जोड़कर एक कंपनी बना रही है. सर्विस सेक्टर का काम करने वाली कंपनियों को टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (टीएसयूआइएसएल) (पहले जुस्को) में समायोजित कर रही है. आपको बता दें कि टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट कंपनी (अधिग्रहित उषा मार्टिन) के माध्यम से निलांचल इस्पात निगम लिमिटेड का टेकओवर करने का मन बना रही है. टाटा स्टील के भूषण कंपनी प्लांट का भी समायोजन होना है, जिसका समायोजन को मंजूरी इसी साल मार्च माह में मिल चुकी है. टाटा स्टील भारतीय ऑपरेशन की कंपनियों के अलावा यूरोप और एसिया के साथ सारे अंतरराष्ट्रीय बिजनेस को भी समायोजित कर बड़ी कंपनियां तैयार कर रही है, जिसके माध्यम से काम हो सकेगा और बिखराव के कारण होने वाले नुकसान को रोका जा सकेगा.