
जमशेदपुर : कोविड-19 महामारी की इस अवधि में सभी संबंधित व्यक्तियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल हॉल के सहयोग से हर साल होने वाले टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी मीट का 2021 संस्करण रद कर दिया गया है. इसकी जगह पर इस वर्ष और इस आईकॉनिक फेस्टीवल का जश्न मनाने के लिए 29 से 31 जनवरी तक शाम को वेबीनार का आयोजन किया जाएगा. इसका विवरण फेस्टीवल के सोशल मीडिया पेजों में जल्द ही पोस्ट किया जाएगा. मीट स्थागित होने पर टाटा स्टील कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने कहा कि इस वर्ष कोविड-19 महामारी को देखते हुए टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी मीट की मेजबानी करने में असमर्थ होने के कारण हम वास्तव में निराश हैं. एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हमारे संरक्षकों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी चिंता है. हमें उम्मीद है कि हमारे सभी स्टेकहोल्डरों की बढ़ती भागीदारी के साथ इस प्रीमियर लिटरेरी मीट के अगले संस्करण के साथ हम शानदार वापसी करेंगे. टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी मीट की डायरेक्टर मालविका बनर्जी ने कहा कि महामारी को देखते हुए जनवरी 2021 में होने वाला टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी मीट इस वर्ष सिटी और विक्टोरिया मेमोरियल के साथ अपना जनवरी वाला अपॉइंटमेंट नहीं कर पाएगा. इस शहर और विदेशी रचनाकारों का कुंभ इस त्योहार का हृदय है और, दर्शकों की बड़ी संख्या इस त्योहार की धड़कन है. चूंकि फिलहाल, दोनों संभव नहीं हैं, इसलिए इस वर्ष हम एक विराम लेंगे. 29-31 जनवरी की तीनसंध्याओं में हम पांच वेबीनारों का आयोजन करेंगे. इसकी विस्तृत जानकारी हम जल्दी ही अपने सोशल मीडिया पेजों में देंगे. जयंत सेनगुप्ता, क्यूरेटर, विक्टोरिया मेमोरियल हॉल ने कहा कि दुर्भाग्यवश, यह लिटरेरी मीट, जो निर्विवाद रूप से शहर का एक बहुप्रतिक्षित वार्षिक सांस्कृति घटना है, इस वर्ष ऑन-साइट नहीं होगा. लेकिन वायरस को हम अपना पढ़ने का प्रेम छीनने नहीं देंगे, इसलिए हम और व्यापक व बेहतर होकर वापसी करेंगे. टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी मीट (टीएकेएलएम) की शुरुआत इस विश्वास के साथ हुई थी कि कोलकाता जैसे सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर को साहित्य और संबद्ध सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे नृत्य, संगीत, भजन, सिनेमा और नाट्य प्रदर्शनों के लिए अपने स्वयं के त्योहार की आवश्यकता है. टीएसकेएलएम की स्थापना के समय से ही कोलकाता के लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया. इस मीट ने भारत और दुनिया भर के कुछ प्रमुख लेखकों और वक्ताओं को आकर्षित किया है. साहित्यिक बैठकी में रस्किन बॉन्ड, विक्रम सेठ, पॉल ब्यूटी, एलेसेंड्रो बैरिको, वलेरियो मासिमो मैनफ्रेडी, थॉमस केनेली, अमिताभ घोष, ग्लोरिया स्टेलेम, झुम्पा लाहिड़ी, डॉ वेंकी रामकृष्णन, जोआन हैरिस, अभिजीत विनोदजी बनर्जी और जोवद अख्तर आदि जैसे प्रतिष्ठित लेखकों की मेजबानी की हैं. फोकस दुनिया भर के लेखकों को प्रस्तुत करने पर है, जो भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वक्ताओं के साथ-साथ कई अलग-अलग शैलियों के लेखक हैं. टीएसकेएलएम में इतिहास, खेल, भू-राजनीति और सिनेमा जैसे विविध विषयों के साथ, हर किसी की कुछ-न-कुछ है. साहित्यिक बैठकी की प्रत्येक शाम प्रदर्शन कला के लिए समर्पित है-टीएसकेएलएम के प्रस्तुतिकरण में उस्ताद अमजद अली खान, शंकर महादेवन, पंकज और सुप्रिया पाठक, फरीदा खानम, पंडित शिव कुमार शर्मा और शुभा मुद्गल जैसी हस्तियों के नाम शामिल हैं. यह गर्व की बात है कि टीएसकेएलएम ने पुस्तकों और विचारों के साथ शहर की वार्षिक तिथि बनने का गौरव हासिल किया है और जबरदस्त रिस्पांस ने आयोजकों को प्रतिभागियों की लगातार उच्च गुणवत्ता, और स्थानीय सांस्कृतिक लोकाचार के साथ एक अंतर्निहित संबंध पर जोर देने के लिए प्रोत्साहित किया है. इससे पहले टाटा स्टील ने झारखंड लिटरेरी मीट भी रद्द दकर दी थी.