जमशेदपुर : टाटा स्टील और कंडीशन मॉनिटरिंग सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएमएसआइ), विशाखापत्तनम ने संयुक्त रूप से 21 व 22 जनवरी को कंडीशन मॉनिटरिंग (आईसीसीएम) पर पहला वर्चुअल इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. कॉन्फ्रेंस का थीम ‘कंडीशन मॉनिटरिंग के माध्यम से उपकरण की विश्वसनीयता में चपल और स्थायी (एजाइल और सस्टेनेबल) प्रगति’ था.
डोमेन एक्सपर्ट्स, इंडस्ट्री प्रैक्टिशनर्स और ओइएम को एक साथ लाने और रोटेटिंग इक्विपमेंट में कटिंग-एज टेक्नोलॉजी, फ्यूचरिस्टिक हाइड्रॉलिक व लुब्रिकेशन सिस्टम्स, पॉवर सिस्टम्स में ब्रेकथ्रू इनोवेशन व डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंडीशन मॉनिटरिंग में मशीन लर्निंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत करने के उद्देश्य से यह पहल की गई. डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ जी सतीश और टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन ने उद्घाटन समारोह में क्रमशः बतौर मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि में हिस्सा लिया. उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य संबोधन भुजंगा राव, इसरो चेयर प्रोफेसर, एनआईएएस, आईआईएससी बैंगलोर व प्रेसिडेंट, सीएमएसआई द्वारा दिया गया. डॉ रेड्डी ने भविष्य में विश्वसनीय रखरखाव के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और स्मार्ट उपकरणों के चयन के महत्व के बारे में बात की. समारोह के दौरान उनके द्वारा ई-स्मारिका का विमोचन भी किया गया.
सभा को अपने संबोधन में टीवी नरेंद्रन ने कहा, “टेक्नोलॉजी उत्पादकता का एक प्रमुख संचालक है. दुनिया भर की कंपनियां टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन में निवेश कर रही हैं और निरंतर सफलता के लिए इसकी पूरी क्षमता का दोहन बहुत जरूरी है. कंडीशन मॉनिटरिंग और प्रीडिक्टिव मेंटेनेंस महत्वपूर्ण विषय हैं और उद्योग के विशेषज्ञों, अनुसंधानकर्ताओं और शिक्षाविदों के विभिन्न समूहों के लिए ज्ञान और शिक्षा के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने के लिए एक मंच का निर्माण, निश्चित रूप से नए आइडिया और विचारों को बढ़ावा देंगे.“ इंटरनेशनल कांफ्रेंस की कोर कमेटी का नेतृत्व टीक्यूएम एंड इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट्स, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट अवनीश गुप्ता और शेयर्ड सर्विसेज, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट प्रबाल घोष ने किया. कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर से उद्योग के विशेषज्ञों, चिकित्सकों, अग्रणी विचारकों, शिक्षाविदों, ओईएम, अनुसंधान विद्वानों और प्रख्यात वक्ताओं समेत 2000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. कॉन्फ्रेंस के दौरान विभिन्न विषयों पर 80 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए. इन पत्रों का मूल्यांकन एक जूरी द्वारा किया गया था और संबंधित विषयों में सबसे अच्छे पत्रों को दूसरे दिन समापन समारोह में सम्मानित किया गया. इवेंट को 35 स्पांसरों ने प्रायोजित किया. इंटरएक्टिव प्लेटफ़ॉर्म ने प्रतिभागियों को नेटवर्क से जुड़ने, प्रदर्शकों के स्टाल में जाने और रिसोर्स सेंटर से शिक्षण सामग्री डाउनलोड करने में सक्षम बनाया. गेमिंग एरिया और सेल्फी कॉर्नर समेत मनोरंजन की अन्य सुविधाएं इस वुर्चअल कॉन्फ्रेंस के अन्यान्य मुख्य आकर्षण थे.