
जमशेदपुर : युवा सम्मेलन ध्वनि का दूसरा दिन भारत के एक अग्रणी विचारक स्वामी विवेकानंद-उठो, जागो और लक्ष्य हासिल करने तक रुको नहीं-के विचारों और दृष्टिकोणों को समर्पि तथा इन्हें प्रतिबिंबित करने के लिए सम्मेलन के अंतिम दिन की शुरुआत की गयी. डिजिटल रूप से सम्मेलन में शामिल होने वाले झारखंड और ओड़िशा के 8 स्थानों के 900 से अधिक युवा थे. रवि चौधरी और अंजलि डालमिया के साथ एक सत्र में ’यूथ एंगेजमेंट फॉर क्लाइमेट एक्शन’की खोज की गई. यह बातचीत स्थानीय स्तर पर युवाओं को गतिमान करने के महत्व और विकास के तालमेल के साथ चलने के लिए पर्यावरण संरक्षण के उपायों की आवश्यकता के इर्द-गिर्द थी. संस्थापक ‘रोशनी’ फाउंडेशन और राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता 2016 प्रवीण निकम ने सम्मेलन में युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, ’हमेशा अपने आह्वान को ढूंढें, अपने लक्ष्य के लिए लगातार काम करें और अपने चुने हुए क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करें.

’‘प्रमुख निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में प्रतिनिधित्व’के सत्र के दौरान ओड़िशा के धुंकापाड़ा की पूर्व-सरपंच आरती देवी ने स्थानीय प्रशासन प्रणालियों में युवाओं की भूमिका पर अपना दृष्टिकोण रखा, जबकि पुरीहास झारखंड के भक्त हांसदा और माझी बाबा ने बताया कि पारंपरिक शासन प्रणालियों में युवा कैसे योगदान दे सकते हैं. जामाडोबा की प्रियंका कुमारी और वेस्ट बोकारो की प्रतिभा कुमारी ने अपने क्षेत्र के अंदर महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता की कमी पर अपनी चिंता व्यक्त की. बातचीत और चर्चा के महत्व पर जोर देते हुए टाटा स्टील फाउंडेशन के डायरेक्टर चाणक्य चौधरी ने कहा, ‘‘एक राय होना महत्वपूर्ण है और उचित मंचों पर अपनी राय रखना और भी महत्वपूर्ण है. युवाओं की आवाज के लिए गवर्नेंस और पॉलिसी प्लेटफार्मों में पर्याप्त जगह है, और यह युवाओं पर निर्भर है कि वे जिम्मेदारी लें और राष्ट्र-निर्माण की मशाल को आगे ले जाएं.’ सम्मेलन में नुक्कड़ नाटक, नृत्य प्रदर्शन और स्किट्स के माध्यम से युवाओं की धारणाओं और भावनाओं की अभिव्यक्ति देखी गई. दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान चर्चाओं के पीछे के तत्वों को कलिंगानगर के मधुसूदन माझी और मानस नायक ने कलात्मक रूप से एक कैनवास पर कैद किया. टाटा स्टील कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के चीफ सौरव रॉय ने सम्मेलन का समापन करते हुए कहा, ‘‘इस तरह के वर्ष में, एक उम्मीद हमारा प्रयास करना है और युवा इसके एक अवतार बने रहेंगे. ध्वनि के ब्रिजिटल प्रारूप ने 900 से अधिक युवाओं के प्रासंगिक दृष्टिकोणों को एक साथ लाया है, जिन्हें एक यूथ एस्पाइरेशन रिपोर्ट में संकलित किया जाएगा.