जमशेदपुर : टाटा स्टील ने 11 नवंबर को लांच किए गए इएसएस स्कीम सुनहरे भविष्य की योजना 3.0 और जॉब पर जाब स्कीम में बदलाव किया है. टाटा स्टील की वीपी एचआरएम अतरई सान्याल की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी की उम्र सीमा में बदलाव किया गया है. इसके तहत अगर कोई आवेदक सुनहरे भविष्य की योजना या जॉब पर जाब स्कीम लेना चाहता है और उसकी उम्र सीमा 54 साल 6 महीने से 55 साल 6 महीने है तो उसको भी इस स्कीम का लाभ मिल सकता है. अब 55 साल 6 महीने तक के उम्र के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे. ऐसे लोगो को भी मेंटेनेंस अलाउंस समेत तमाम सुविधाएं मिलती रहेगी. अगर जॉब फ़ॉर जॉब स्कीम कर्मचारी आवेदन करता है यो लाभ मिलेगा लेकिन अगर प्रायोजित बच्चे की बहाली किसी कारणों से टाटा स्टील में नही हो पाई तो कर्मचारी को सुनहरे भविष्य की योजना का लाभ देकर ईएसएस दे दिया जाएगा. टाटा स्टील ने जॉब फ़ॉर जॉब स्कीम के तहत उम्रसीमा को भी बढ़ाई गई है. अब तक उम्रसीमा 18 साल था यानी 18 साल या उससे ऊपर के बेटे, बेटी, बहु या दामाद (बेटा या बेटी नही होने की स्थिति में ही दामाद) को कर्मचारी अपने बदले नौकरी में बहाल करा सकता था लेकिन इसकी उम्रसीमा को घटाकर 16 साल और 17 साल कर दिया गया है. 16 साल में ट्रेनिंग के लिए कर्मचारी के बेटे, बेटी, बहु या दामाद को इंग्लिश, साइंस और मैथ्स में मैट्रिक की परीक्षा पास होनी चाहिए. ऐसे लोगो की दो साल ट्रेनिंग होगी, जिस दौरान फुल टाइम ट्रेड अप्रेंटिस की दो साल ट्रेनिंग दी जाएगी और नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट हासिल होने के बाद कंपनी में बहाल किया जा सकेगा. 17 साल के कर्मचारी के बच्चे को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट होल्डर होना चाहिए और उसको एक साल का अप्रेंटिस की ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर जब नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट मिल जाएगा तो टाटा स्टील में बहाल कर लिया जाएगा. टाटा स्टील कंपनी में जब लोग ट्रेनिंग के बाद बहाल होंगे तो उनकी उम्र 18 साल ही होगी तब ही बहाल किया जाएगा.