जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों के लिए अरली सेपरेशन स्कीम (इएसएस यानी स्वैच्छिक सेवानिवृति योजना) लागू की जायेगी. एक नवंबर से कर्मचारियों के लिए नयी सुविधाओं के साथ इएसएस को लांच किया जायेगा. नये इएसएस स्कीम का नाम कुछ अलग हो सकता है. एक नवंबर से एक माह के लिए यह इएसएस लांच किया जायेगा, जिसके लिए 40 साल की उम्र से ऊपर वाले और 55 साल से कम उम्र वाले कर्मचारी आवेदन कर सकते है. इस बार कर्मचारियों को इएसएस लेने के वक्त का वेतन (बेसिक+डीए) शत-प्रतिशत 60 साल की उम्र तक मिलता रहेगा. पहले कर्मचारियों को शत-प्रतिशत पैसा नहीं मिलता था. इस बार पूरा का पूरा बेसिक और डीए जोड़कर जो वेतन अभी मिल रहा है, वह 60 साल की उम्र तक मिलता रहेगा जबकि उनके वेतन में हर साल एक हजार रुपये की बढ़ोत्तरी भी होगी. नये स्कीम के लिए लोग आवेदन करेंगे, जिसकी समीक्षा मैनेजमेंट करने के बाद इएसएस देना है या नहीं, उस पर फैसला लिया जायेगा. 1 नवंबर से ही कर्मचारियों के लिए नौकरी छोड़ो-नौकरी पाओ स्कीम को लांच किया जा रहा है. इसके तहत कर्मचारी अपनी नौकरी छोड़ देंगे और उसके बदले अपने बेटे या बेटी या परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दे सकते है. 40 साल और 55 साल की उम्र के बीच के लोग ही इसके लिए आवेदन दे सकते है. इसका इंतजार कर्मचारियों को काफी समय से था. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने इस मसले पर टाटा स्टील के आला अधिकारियों के साथ बुधवार को बातचीत की थी, जिसके बाद तय किया गया कि एक नवंबर से इसको भी लांच कर दिया जायेगा. इएसएस में यूनियन कहीं से भी मैनेजमेंट का साझेदार नहीं होता है. वैसे नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ हो या फिर इएसएस यह स्वैच्छिक सेवानिवृति स्कीम है, जिसको लेकर किसी तरह का दबाव कर्मचारियों पर नहीं बनाया जायेगा.