जमशेदपुर : टाटा स्टील में एक ऐसी घटना घटी है, जिसको लेकर कंपनी के कर्मचारियों में यूनियन के प्रति नाराजगी भी है जबकि डर भी समां गया है. टाटा स्टील में जमशेदपुर प्लांट से दूसरे प्लांट में आज तक कर्मचारी का ट्रांस्फर नहीं हुआ है. सिर्फ ऑफिसरों का ही तबादला होता आया है. लेकिन कुछ ऐसा हुआ है कि टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में पदस्थापित 20 सुरक्षाकर्मी को कलिंगानगर भेज दिया गया है. ये सारे सुरक्षाकर्मी सरप्लस हो गये थे. सूत्रों के मुताबिक, उन लोगों को कहा गया है कि सारे लोग 1 जुलाई से कलिंगानगर प्लांट में जाकर नौकरी करें. ये लोग वहां भी क्रेन ऑपरेटर के पद पर काम करेंगे. उनको वहां योगदान देने को कहा गया है. इन सारे सुरक्षाकर्मियों को पहले ही एसएनटीआइ में प्रशिक्षण दिया गया था क्योंकि ये लोग सुरक्षाकर्मी थे और उनको कंपनी के प्लांट में उत्पादन का गुर नहीं था. इस कारण उनको ट्रेनिंग दी गयी है. इन सारे सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी दे दिया गया है और उनको तत्काल ज्वाइन करने को कहा गया है. अब तक सरप्लस हो या किसी तरह के कर्मचारी, दूसरे जगह पर यानी दूसरे लोकेशन में कर्मचारियों को नहीं भेजा गया है. लेकिन इस कदम ने हड़कंप मचा दिया है. इसको लेकर कर्मचारियों में नाराजगी भी देखी जा रही है. इस मामले को लेकर यूनियन ने रहस्यमयी चुप्पी साध ली है क्योंकि इस मामले को सुरक्षाकर्मियों ने टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह के समक्ष उठाया था.