जमशेदपुर : टाटा स्टील ने बुधवार को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर एथिक्स मंथ का शुभारंभ किया. इस वर्ष एथिक्स मंथ का थीम ‘रेजीलिएंस थ्रू इम्पैथी एंड काइंडनेस’ (लचिलापन, सहानुभूति के साथ एथिक्स का पालन)है, जो मुख्यतः समुदायों और संस्थान के अन्य स्टेक होल्डरों के प्रति संवेदनशील व दयालु होने की जरूरत पर केंद्रित है. आज नैतिकता के प्रति टाटा स्टील की कटिबद्धता को दोहराने के एक महीने लंबे जश्न की शुरुआत की गयी. इस मौके पर कर्मचारियों ने डिजिटल संकल्प लिया. कार्यस्थल में नैतिक अभ्यासों को समावेशित करने की टाटा स्टील की परंपरा को ध्यान में रखते हुए कंपनी में हर साल जुलाई को एथिक्स मंथ के रूप में मनाया जाता है. इस साल विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं जैसे फोटोग्राफी प्रतियोगिता, वीडियो बनाओ प्रतियोगिता, क्विज और मतदान आदि का आयोजन किया जाएगा. कर्मचारियों के बच्चों के लिए भी लेख और पोस्टर निर्माण जैसी कई प्रतियोगिताएं होंगी. इनके अलावा, कर्मचारियों के बीच नैतिक मूल्यों की प्रतिपुष्टि करने के लिए एथिक्स जोन, नैतिक उलझन-’’अब क्या करें’’, वेबिनार, परिचर्चा और एक ऑनलाइन म्यूजिकल इवेंट का आयोजन किया जाएगा. मौजूदा कोविड-19 स्थिति को देखते हुए कार्यक्रमों का आयोजन कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया जा रहा है, जबकि अधिकांश कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित करने की योजना है. टाटा स्टील अपनी स्थापना के समय से ही नैतिक व्यापार आचरण पर बहुत ही दृढ़ता से विश्वास करती है. ये नैतिक मूल्य सबसे पहले 1998 में टाटा कोड ऑफ कंडक्ट के माध्यम से संकलित किया गया था. कंपनी के कोड ऑफ कंडक्ट ने कंपनी, इसके कर्मचारियों और अन्य बिजनेस पार्टनरों द्वारा अनुपालन हेतू मानक आचरण के संबंध में एक दिशा-निर्देश स्थापित किया है और टाटा स्टील के सभी कर्मचारी एवं बिजनेस पार्टनर कार्य से जुड़ने से पहले टाटा कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करने के शपथपत्र पर हस्ताक्षर करते हैं.
tata-steel-ethics-month-टाटा स्टील ने एथिक्स मंथ शुरू, कंपनी का इस बार का थीम है ‘रेजीलिएंस थ्रू इम्पैथी एंड काइंडनेस’
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