संतोष वर्मा
चाईबासा : अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाने के लिए ‘संबल- सेंटर फॉर एबिलिटीज’ने टाटा स्टील फाउंडेशन के सहयोग से 3 दिसंबर को कई गतिविधियों का आयोजन किया गया. नोआमुंडी में दिव्यांगों (पीडब्ल्यूडी) के बीच विकलांगता प्रमाण पत्र वितरित करने के लिए एक विकलांगता प्रमाणन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. इस अवसर पर नोआमुंडी के बीडीओ समरेश भंडारी, ओएमक्यू टाटा स्टील के सीएसआर हेड अनिल उरांव के साथ-साथ जिला प्रशासन और टाटा स्टील के अन्य अधिकारी मौजूद थे. इससे पहले, पिछले महीने 4 नवंबर को जिला प्रशासन कार्यालय, चाईबासा, पश्चिम सिंहभूम के सहयोग से टाटा स्टील ने दिव्यांगों के लिए पंजीकरण और प्रमाणन शिविर का आयोजन किया था. एक दिवसीय शिविर में नोआमुंडी के आसपास से 10 विभिन्न पंचायतों से 366 से अधिक दिव्यांगों का पंजीकरण किया गया. आज अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर इस शिविर के 62 लोगों को विकलांगता प्रमाण पत्र दिया गया. इस प्रमाण पत्र अब वे विकलांगता पेंशन योजना के तहत पेंशन का लाभ प्राप्त कर पाएंगे. इसके अलावा, ‘संबल’द्वारा सांकेतिक भाषा की व्याख्या के लिए एक कार्यशाला के साथ विकलांगता जागरूकता पर एक ऑनलाइन सत्र भी आयोजित किया गया. इस ऑनलाइन कार्यशाला के दौरान, दिव्यांगों के लिए आजीविका के विभिन्न अवसरों की जानकारी भी दी गई. दिसंबर 2017 में अपनी स्थापना के बाद से दिव्यांगों को तैयार करने और उन्हें रोजगारपरक बनाने के लिए ‘सबल’ने कई कौशल विकास प्रशिक्षण और कार्यशालाएं आयोजित की हैं. अब तक, केंद्र ने ट्रेनर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम, विकलांगता जागरूकता कार्यशाला, डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम, कैरियर जागरूकता कार्यशाला, कंप्यूटर में फाउंडेशन कोर्स और नियोज्यता आदि जैसे दिव्यांग सशक्तीकरण पाठ्यक्रम आयोजित किए हैं.
टाटा स्टील ने समुदाय में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कई गतिविधियों का आयोजन किया
नोआमुंडी टाटा स्टील ने 16 नवंबर से 30 नवंबर तक आईबीएम भुवनेश्वर के तत्वावधान में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कई गतिविधियों का आयोजन किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य काटामाटी आयरन ओर माइंस के आसपास बसने वाले समुदाय में स्वच्छता को बढ़ावा देना था। गतिविधियों का संचालन टाटा स्टील और टाटा स्टील फाउंडेशन के अधिकारियों द्वारा किया गया। स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान आयोजित गतिविधियों में स्थानीय लोगों के साथ जागरूकता सत्र, कीटाणुनाशक का वितरण और गाँवों के साथ-साथ कार्यालय परिसर के अंदर कई सफाई अभियान शामिल थे। इन गतिविधियों के दौरान, समुदाय में सैनिटाइज़र और मास्क भी वितरित किए गए। अभियान का उद्देश्य कर्मचारियों और समुदाय के लोगों में कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूकता पैदा करना भी था।