जमशेदपुर : टाटा स्टील और जमशेदपुर के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा के जन्मदिवस पर बुधवार 3 मार्च को कृतज्ञ जमशेदपुर ने देशवासियों के साथ संस्थापक को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इसको लेकर मुख्य कार्यक्रम टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट के मुख्य गेट पर आयोजित किया गया. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए काफी सतर्कता के बीच इसका आयोजन किया गया. इस बार ना तो बाहर से आगंतुकों को बुलाया गया था और ना ही किसी अन्य को इंट्री ही दी गयी थी. झांकियां भी नहीं निकाली गयी.
कुल 37 कंपनियों और विभागों के लोगों ने बारी-बारी से मुख्य गेट पर लगी संस्थापक की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर कई साल पहले 3 मार्च को हुए हादसे में मारे गये लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी गयी. इस मौके पर मुख्य आकर्षण का केंद्र टाटा संस के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा और चेयरमैन एन चंद्रशेखरन थे. इन दोनों ने बारी-बारी से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि देने वालों में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा के अलावा टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन, सीएफओ सह इडी कौशिक चटर्जी, पूर्व डिप्टी एमडी डॉ टी मुखर्जी, टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह के अलावा तमाम पदाधिकारी और पूर्व अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, रघुनाथ पांडेय, पीएन सिंह ने अपनी श्रद्धांजलि दी. टिस्को मजदूर यूनियन की ओर से अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय और महासचिव शिवलखन सिंह ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
काफी कम संख्या में अधिकारी ही वहां मौजूद थे. करीब 50 लोगों के बीच यह संस्थापक दिवस पहली बार मनाया गया. किसी तरह का कोई मार्च पास्ट या झांकी नहीं निकाली गयी, सिर्फ हर विभाग और कंपनियों के हेड और कुछेक अधिकारियों का दल बारी-बारी से संस्थापक को श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि देने वाले विभागों में मेडिकल सर्विसेज, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड, जेमीपोल, टीआरएफ, टिनप्लेट, टाटा पिगमेंट, टाटा एसेट मैनेजमेंट, टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट, टाटा एआइए, टाटा एआइजी, टाटा ब्लूस्कोप, टाटा प्रोजेक्ट, हिमालया स्टील मिल सर्विसेज, तार कंपनी, टाटा कैपिटल, ग्रुप फाइनांस, टीसीइ, जेसीएपीसीपीएल, सेफ्टी, ओएचएस समेत अन्य विभागों ने इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान बारी-बारी से लोगों ने संस्थापक के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान कोरोना को लेकर काफी सतर्कता बरती गयी थी.