सरायकेला : वैश्विक संकट कोरोनावायरस को लेकर 24 मार्च से जारी देश में लॉकडाउन से अब मजदूरों के शहर जमशेदपुर में मजदूर बेहाल हो चले हैं. जहां मार्च महीने से ही वेतन नहीं मिलने से अब मजदूरों का सब्र जवाब दे चुका है. जमशेदपुर के मरीन ड्राइव स्थित टीजीएस के 200 से अधिक मजदूरों आज कंपनी गेट पर बकाया वेतन के भुगतान को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. जहां मजदूरों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा की लॉक डाउन शुरू होने के बाद से ही उन्हें ना तो बकाया वेतन दिया जा रहा है ना ही अन्य जरूरी सुविधाएं ही मुहैया कराई जा रही है. मजदूरों ने बताया कि यहां जिस वेंडर के यहां काम करते हैं उन्होंने हाथ खड़े कर दिए हैं. ऐसे में बच्चों की फीस से लेकर मकान किराया और अन्य जरूरी सामानों के लिए दर- दर की ठोकरें खाने को विवश हैं. बताया जा रहा है कि इस कंपनी में झारखंड के अलग-अलग हिस्सों के अलावा बिहार, बंगाल और ओडिशा के भी मजदूर काम करते हैं. ऐसे में वेतन नहीं मिलने से मजदूर भुखमरी के कगार पर आ गए हैं.
टाटा स्टील अपने मजदूरों व अस्थायी कर्मचारियों को भी दे रहा है वेतन
टाटा समूह की कंपनियों द्वारा भी अपने मजदूरों व अस्थायी कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है. इसके लिए बकायदा प्रावधान भी तय किया गया है. वैसे टाटा स्टील ने अपने वेंडरों का पैसा रोका है, लेकिन वेंडरों को यह कहा गया है कि जहां तक हो सके, मजदूरों को तमाम सुविधाएं दी जाती रहे क्योंकि लॉकडाउन में मजदूरों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद कई वेंडरों द्वारा पैसे नहीं दिये जा रहे है, जिससे लोगों में गुस्सा भी है.