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tata-steel-initiative-टाटा स्टील ने ‘घर से घर तक’ प्रोग्राम शुरू किया, ठेकाकर्मियों को अपने घर से लेकर कंपनी तक सुरक्षित करने की मुहिम

राशिफल

जमशेदपुर : टाटा स्टील ने बुधवार को अपने ठेकेदार कर्मचारियों और उनकी पत्नियों के लिए ‘घर से घर तक’ नामक एक समग्र सुरक्षा पहल का शुभारंभ किया. इस पहल में घरेलू सुरक्षा, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य, घर पर खुशहाली, तनाव-प्रबंधन, सुरक्षित ड्राइविंग के लिए टिप्स और व्यवहारजन्य सुरक्षा आदि जैसे विषय शामिल हैं. टाटा स्टील अपने साथ काम करने वाले लोगों और अंततः समाज के लोगों के लिए ‘शून्य नुकसान’ के प्रति कटिबद्ध है, जिसका अर्थ है स्वास्थ्य व सुरक्षा उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों के प्रति व्यक्तिगत वचनबद्धता. कंपनी यह मानती है कि ठेकेदार कर्मचारी प्लांट के परिचालन और रखरखाव में अहम भूमिका निभाते हैं. टाटा स्टील के वीपी सेफ्टी हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी संजीव पॉल जमशेदपुर के सेफ्टी एक्सीलेंस सेंटर में आयेजित इस उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. वीपी शेयर्ड सर्विसेज प्रोबाल घोष विशिष्ट अतिथि थे. साथ ही, नीरज कुमार सिन्हा, चीफ सेफ्टी समेत विभिन्न वेंडर पार्टनर और उनके कर्मचारियों ने सपत्नीक इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. चीफ सेफ्टी नीरज कुमार सिन्हा ने संदर्भ स्थापित करते हुए इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. (नीचे पूरी खबर देखें)

उन्होंने टाटा स्टील के ‘शून्य नुकसान’ लक्ष्य को हासिल करने के लिए घर और कार्यस्थल, दोनों जगहों पर व्यवहार में बदलाव की आवश्यकता को रेखांकित किया. वीपी संजीव पॉल ने टाटा स्टील के पिछले 15 साल की सुरक्षा उत्कृष्टता यात्रा के बारे में बताया. सभी कर्मचारी अपने कार्यस्थल से प्रफुल्लित मन से सुरक्षित अपने घर वापस पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने कंपनी के प्रयासों की महत्ता बतायी. प्रतिभागियों के साथ बातचीत करते हुए श्री पॉल ने प्रत्येक सुरक्षित कर्मी के पीछे सुरक्षा को लेकर जागरूक गृहणियों को देख कर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और उनकी भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम निश्चित रूप से ‘शून्य नुकसान’ के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा. वाइस प्रेसिडेंट, शेयर्ड सर्विसेज श्री घोष ने अपने संबोधन में कार्यस्थल की स्थिति व सुरक्षा को बेहतर बनाने में विभिन्न एपेक्स कमिटियों द्वारा निरंतर किये जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया. उन्होंने ‘चोट-मुक्त, घटना-मुक्त’ कार्यस्थल के लिए हमारी यात्रा में वेंडर पार्टनरों के प्रयासों की सराहना की. श्री घोष ने घर पर तनाव-मुक्त वातावरण के महत्व पर बल दिया, जो कार्यस्थल पर एक स्वस्थ-सुरक्षित कामगार का आधार होता है. इस इंटरएक्टिव कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने इस पहल को बेहद सकारात्मक और उत्साहजनक बताया. कार्यक्रम के दौरान घरेलू सुरक्षा प्रशिक्षण के अलावा, सुरक्षा पर दो वीडियो दिखाये गये, जिसमें घरेलू सुरक्षा और तनाव प्रबंधन के महत्व को बखूबी वर्णित किया गया था.

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