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tata-steel-initiative-to-combat-corona-टीएसआरडीएस ने लॉकडाउन में भी किसानों की आय जारी रखने में मदद की

राशिफल

संतोष वर्मा
चाईबासा : टाटा स्टील रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (टीएसआरडीएस) ने करोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के दौरान नोवामुंडी में सब्जी की खेती करने वाले किसानों की आय को जारी रखने में मदद की। आवाजाही और परिवहन पर प्रतिबंध के कारण स्थानीय किसानों को अपनी उपज बेचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नोवामुंडी में टीएसआरडीएस ने 50 से अधिक किसानों को सीधे नोवामुंडी के निवासियों को सब्जियां बेचने में सक्षम कर इस मुद्दे को हल किया है।
नोवामुंडी में सब्जी उगाने वाले कई किसान स्थानीय सब्जी विक्रेताओं को उपज बेचकर अपनी दैनिक आय अर्जित करते हैं। सरकार द्वारा लगाए गए जनता कर्फ्यू के कारण, ये किसान अपनी सब्जियां नहीं बेच पा रहे थे और इस प्रकार उनकी आमदनी का स्रोत बंद हो गया था। इन किसानों की मदद करने के लिए टीएसआरडीएस ने किसानों से सीधे नोवामुंडी के निवासियों तक सब्जियां पहुंचाने की योजना तैयार की। इसी कार्य के लिए एक समर्पित वाहन इन किसानों से सब्जियां एकत्र करता है और ग्राहकों को वितरित करता है। किसानों को प्रतिदिन भुगतान किया जाता है।
इस पहल के बारे में तुलसीदास गनवीर, यूनिट हेड (टीएसआरडीएस), नोवामुंडी ने कहा, “जब मैं जनता कर्फ्यू के दिन एक किसान से मिला, तब वह साप्ताहिक हाट जा रहा था। उसे एक दिवसीय लॉकडाउन के बारे में बिलकुल पता नहीं था। उसके पास 1.5 क्विंटल बैंगन था। जानकारी होने पर वह चिंतित हो गया कि इतने बैंगन को अब बेचे कैसे! तब हमने टाटा स्टील, नोवामुंडी में अपने प्रशासन के साथ उसका संपर्क कराया और दो घंटे के अंदर ही उसकी सारी सब्जियां बिक गयीं। इसके बाद, इस पर विचार करते हुए हमने ऐसे किसानों की मदद करने के लिए एक योजना को औपचारिक रूप दिया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि इस संकट के दौरान भी उनका जीविकोपार्जन जारी रहे, तो दूसरी ओर, नोआमुंडी के निवासियों को भी समय पर सब्जियां मिलती रहे।”
इस हस्तक्षेप से लाभान्वित किसानों में से एक कर्मा महतो ने बताया, “कर्फ्यू के कारण हम बहुत असहाय हो गए थे, क्योंकि हम सब्जी पैदा करने वाले किसान लोग दैनिक आय पर जीवित रहते हैं। इसके अलावा, हमारी उपज भी समय के साथ खराब होने वाले उत्पाद हैं। लेकिन टीएसआरडीएस के हस्तक्षेप के कारण, हम अब आश्वस्त हैं, क्योंकि हम अपनी उपज को बेचने में सक्षम हो गये हैं और हमारी आय भी स्थिर हो गयी है।” आगे, टीएसआरडीएस की योजना अधिक से अधिक सब्जी पैदा करने वाले किसानों तक पहुंचने और उनके अपने उपभोक्ता आधार को बढ़ाने और आय सृजन करने में उनकी मदद करने की है।

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