जमशेदपुर : टाटा स्टील की ओर से इंवेस्टर्स डे का आयोजन किया गया. वर्चुअल तरीके से इसका संचालन किया गया. टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन ने इसका संचालन किया जबकि टाटा स्टील के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी ने वित्तीय स्थितियों की विस्तार से जानकारी दी. इस दौरार टाटा स्टील के वीपी सेफ्टी संजीव पॉल, वीपी टेक्नॉलॉजी डॉ देवाशीष भट्टाचार्य और वीपी मार्केटिंग व सेल्स पीयुष गुप्ता भी मौजूद थे. इसका मुख्य उद्देश्य था कि कंपनी के निवेशकों को आश्वस्त करना और कंपनी की भावी योजनाओं से सारे लोगों को अवगत कराना था. टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने वर्ष 2030 तक के विकास का मॉडल और अपनी प्रगति का रोड मैप भी सबके समक्ष रखा. इस दौरान टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने निवेशकों को बताया कि कंपनी ने काफी बेहतर प्रदर्शन वित्तीय वर्ष 2020-2021 में किया है. उन्होंने बताया कि कंपनी की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुआ है. उन्होंने बताया कि चीन से आयात घटा है और भारत का स्टील डिमांड भी बढ़ा है, जिस कारण कारोबारी लिहाज से काफी बेहतर स्थिति हुआ है. तेजी से हो रहे शहरीकरण का भी असर बेहतर हो रहा है. बेहतर तरीके से मैनपावर का इस्तेमाल कर कंपनी को और बेहतर बनाने का अपना संकल्प को भी एमडी ने दोहराया. अपने प्रेजेंटेशन में टाटा स्टील के एमडी ने बताया कि टाटा स्टील आने वाले वर्ष 2030 में 55 मिलियन टन तक का उत्पादन करने वाली कंपनी बन जायेगी. उन्होंने बताया कि ऑटोमोटिव सेक्टर में टाटा स्टील का मार्केट शेयर 58 फीसदी तक बढ़ चुका है. यह भी जानकारी दी कि टाटा स्टील ने अपने बेहतर संचालन व्यवस्था के तहत पांच साल में 21400 करोड़ रुपये से भी अधिक की बचत कर ली है. सबसे ज्यादा बचत वित्तीय वर्ष 2020 में हुआ जबकि वित्तीय वर्ष 2021 में भी 5369 करोड़ रुपये की बचत की है. यह भी जानकारी देते हुए खुशी का इजहार किया कि टाटा स्टील के यूरोपीय संयंत्र अब कैश पोजिटिव हो चुका है. वर्ष 2030 तक पर्यावरण की दिशा में बेहतर कदम उठाया जायेगा और बेहतर तकनीक के जरिये कंपनी को और बेहतर किया जाना है.
tata-steel-investors-day-टाटा स्टील ने निवेशकों को किया आश्वस्त, एमडी टीवी नरेंद्रन ने निवेशकों को बताया-कैसे बढ़ेगा वर्ष 2030 तक टाटा स्टील, सिर्फ पांच साल में टाटा स्टील ने 21400 करोड़ रुपये बचत करने में पायी सफलता
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