जमशेदपुर : टाटा स्टील के ज्वाइंट वर्क्स काउंसिल (जेडब्ल्यूसी) की बैठक में उस वक्त कुछ देर के लिए मैनेजमेंट और यूनियन सकते में आ गये, जब अचानक से यूनियन के एक सदस्य ने कहा कि वे लोग पुणे के दौरे पर गये थे, जहां कैडबेरीज कंपनी के यूनियन के अध्यक्ष भी काम करते हुए नजर आये. आम कामगार के तौर पर ही यूनियन के अध्यक्ष भी काम कर रहे है. यह बयान ऐसे मौके पर आया, जब कमेटी मेंबरों ने पदाधिकारियों की ड्यूटी कराने की बात कह रहे है. वैसे यह बातें उस बैठक में आयी और गयी हो गयी थी. वैसे जेडब्ल्यूसी की बैठक में कई मुद्दें पर चर्चा की गयी. जेडब्ल्यूसी की बैठक में जुस्को के तर्ज पर बनाये गये सिंगल विंडो सिस्टम को और कारगर बनाने, फस्ट एड बॉक्स में अन्य सामानों के अलावा ब्लड सुगर और ब्लड प्रेसर चेकिंग मशीन भी रखने की बात कहीं गयी. इस दौरान सेफ्टी पर भी चर्चा की गयी, जिसमें यह कहा गया कि वेंडरों द्वारा लापरवाही की जाती है तो उससे हर्जाना वसूला जाता है, लेकिन यह दिखता नहीं है. ऐसे में हर्जाना देने का ब्योरा को भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि लोग उसको देखकर सतर्क रहे. इस दौरान महिलाओं की बढ़ती कंपनी में भागिदारी, डाइवर्सिटी को देखते हुए महिलाओं के लिए अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने पर सहमति बनी. इसको लेकर हर विभागों में यह व्यवस्था खड़ी करने पर सहमति बनी. इस दौरान वाइस चेयरमैन के तौर पर आसीन टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह को चेयरमैन बनाया गया है. टाटा स्टील के ज्वाइंट कंसल्टेंसी सिस्टम वर्ल्डवाइड फेमस है. लिहाजा, टाटा स्टील एक बार मैनेजमेंट और एक बार यूनियन के चेयरमैन और वैकल्पिक चेयरमैन के पद पर आसीन करती है. यह सामान्य प्रक्रिया है.