जमशेदपुर : टाटा स्टील में लीव बैंक की शुरुआत होने वाली है. टाटा मोटर्स की तर्ज पर इसकी शुरुआत होने वाली है. इसका लाभ 16400 अधिकारियों और कर्मचारियों को मिलेगा. शुक्रवार को टाटा स्टील में कर्मचारियों के लीव बैंक को लेकर मैनेजमेंट और यूनियन के बीच लगातार मीटिंग हुई. इस मीटिंग में इसको अंतिम फैसला ले लिया गया और तत्काल समझौता कर लिया जायेगा. 1 जनवरी 2020 तक इसको लागू कर दिया जायेगा, जिसको लेकर तैयारी चल रही है. इसका लाभ कर्मचारियों और अधिकारियों, दोनों स्तर को मिलने लगेगा. नियम के मुताबिक, 1 जनवरी 2020 को कर्मचारियों का जो सिक लीव मिलेगा, उसमें से एक दिन का आधा कट जायेगा यानी 0.5 फीसदी छुट्टी काटकर एक बैंक बनाया जायेगा, जिसमें सबकी छुट्टी को इकट्ठा कर दिया जायेगा. इस आधार पर वर्तमान में करीब 16400 कर्मचारी है तो एके साथ 8200 दिनों की छुट्टी का एक बैंक पहले ही दिन से तैयार हो जायेगा. इसके बाद इन सारी छुट्टियों को वैसे लोगों को दे दिया जायेगा, जो बीमार चलते है या बीमारी के कारण ड्यूटी नहीं कर पाते है. ऐसे व्यक्ति, जो बीमार चलते है, वैसे लोगों को इस लीव बैंक के माध्यम से 120 दिनों का बेसिक-डीए तक दिया जायेगा ताकि बीमारी के हालात में परिवार आसानी से चल सके. अगर कोई कर्मचारी इस लीव बैंक में शामिल नहीं होना चाहता है तो वह चीफ एकाउंटेंट के नाम से एक आवेदन देकर इससे अपने को हटा सकता है, लेकिन जो कर्मचारी इस स्कीम से अपने को अलग कर लेगा और उसकी सदस्यता की वापसी पांच साल के बाद ही संभव हो सकेगा. इसके अलावा टाटा वर्कर्स यूनियन भी 120 दिन के आगे दस दिनों का भी बेसिक व डीए देगा, जो अभी भी कर्मचारियों को मिलता है. यह दस दिन 120 दिनों के अलावा मिला करेगा. इसका लाभ पूरे सर्विस के दौरान ले सकेगा जबकि जो लोग इएसएस, वीआरएस ले रहे है, उनको यह लाभ नहीं मिलेगा और न ही उनकी छुट्टी की कटौती होगी. ट्रेनिंग वालों को भी इसका लाभ मिलेगा.