जमशेदपुर : टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि टाटा स्टील ने ए टू एफ ब्लास्ट फर्नेस में हाइड्रोजन का इस्तेमाल शुरू किया है, जो साहसिक भी है और इस तरह के नयी खोज टाटा स्टील को काफी ऊंचाई पर ले गया है. श्री नरेंद्रन गुरुवार को एमडी ऑनलाइन में कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कई सारे सवालों का जवाब दिया. इस दौरान चीफ ए टू एफ ब्लास्ट फर्नेस बसंत सिंह ने सेफ्टी पॉज लेते हुए इसकी जानकारी दी और कहा कि हाइड्रोजन इंजेक्शन के जरिये अब ब्लास्ट फर्नेस का संचालन हो रहा है. एक बड़ी खोज हुई है, जो कि काफी चुनौतीपूर्ण था. बिना किसी इंज्युरी या किसी तरह की अप्रिय घटना के यह सफलता हासिल की है. इस मौके पर टाटा स्टील के एमडी ने कहा कि यह प्रयोग और खोज स्टील उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा. एमडी ने कहा कि स्टील इंडस्ट्रीज के लिए इस तरह का खोज बहुत बड़ा कदम है और इससे टाटा स्टील का मान सम्मान उद्योग जगत में बढ़ा है. (नीचे भी पढ़ें)
टाटा स्टील में हुई 14 लॉस टाइम इंज्युरी पर एमडी ने जतायी चिंता
इस दौरान यह बताया गया कि टाटा स्टील में करीब 14 लॉस टाइम इंज्युरी (दुर्घटना, जिसमें चोट चपेट लगी है) हुई है. यह चिंता का विषय है. इसमें दो स्थायी कर्मचारी जबकि 12 कांट्रैक्टर कर्मचारी शामिल है. टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में एक जबकि दूसरे लोकेशन में 13 एलटीआइ हुए है. उन्होंने कहा है कि इसमें सुधार की जरूरत है. इस दौरान सारे विभागों के प्रतिनिधियों ने मई माह के सेल्स, प्रोडक्शन और प्रोडक्टिविटी की रिपोर्ट पेश की. टाटा स्टील थाइलैंड के एमडी तरुण डागा ने भी रिपोर्ट दी और बताया कि वहां का परफार्मेंस काफी बेहतर हुआ है. कलिंगानगर सीआरएम के प्रोडक्शन की जानकारी दी गयी और बताया गया कि वहां पहला चार क्वायल का ऑक्सन हुआ है, जिसके जरिये करीब 1 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है. इसकी राशि को हम लोगों ने कोलकाता के टाटा कैंसर अस्पताल को डोनेट कर दिया है. (नीचे भी पढ़ें)
टीएमएच में डॉक्टरों का स्लॉट मिलेगा जल्दी, बोन मैरो ट्रांस्प्लांट का होगी शुरुआत
कर्मचारियों ने यहां सवाल और जवाब भी दिया. इस दौरान सीआरएम के कमेटी मेंबर अशोक गुप्ता ने सवाल उठाया कि टीएमएच में सुबह 7.30 बजे चिकित्सकों का एप्वाइंटमेंट और स्लॉट दो मिनट में ही फुल हो जाता है. इसको दुरुस्त करना चाहिए. इस दौरान जीएम मेडिकल सर्विसेज डॉ सुधीर राय ने कहा कि इस पर काम चल रहा है. अस्पताल मैनेजमेंट कमेटी और यूनियन से मिलकर बात करने के बाद इसका समाधान निकाला जा रहा है. इस दौरान बोन मैरो ट्रांस्प्लांट का सवाल उठाया गया, जिस पर जीएम ने कहा कि एक चिकित्सक इस विभाग से इस्तीफा दे चुके है. उनकी जगह पर एक डॉक्टर की बहाली हो रही है, जिसके लिए इंटरव्यू हो चुका है. जल्द ही इसकी सुविधा शुरू हो जायेगी. (नीचे भी पढ़ें)
दिव्यांग कर्मचारी ने कहा कि उनकी जगह दूसरे को नौकरी दिया जाये
इस दौरान एस्टेट विभाग के एक दिव्यांग कर्मचारी अजय कुमार ने कहा कि उनको जॉब फॉर जॉब लेने का विकल्प दिया जाये. वे चाहते है कि उनकी जगह बच्चा काम करें. इस पर एमडी ने कहा कि सबकुछ पॉलिसी से होता है. वीपी एचआरएम अतरई सान्याल को एमडीने विशेष रुप से इस मुद्दे को देखने को कहा. इसके बाद उक्त कर्मचारी ने कहा कि आरओ में उनके मुद्दे को नहीं माना गया. इस पर वीपी एचआरएम ने कहा कि आरओ किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं होता है. विभाग और सेक्शन की चर्चा होती है. व्यक्ति विशेष की चर्चा नहीं की जाती है उसके बाद एचएसएम विभाग के कर्मचारी एसके तिवारी ने उनके पिता के टीएमएच में किये गये बेहतर इलाज के लिए टीएमएच प्रबंधन के प्रति आभार जताया.