
जमशेदपुर : टाटा स्टील की सुकिंदा क्रोमाइट माइन ने सोमवार को देश की राजधानी में आयोजित फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (एफआइएमआइ) अवार्ड्स 2022-23 में सस्टेनेबल माइनिंग के लिए हिंडाल्को-आदित्य बिड़ला पुरस्कार जीता है. क्रोमाइट माइन को यह पुरस्कार जैव विविधता संरक्षण और सस्टेनेबल माइनिंग की दिशा में उसके प्रयासों के लिए प्रदान किया गया. इस अवसर पर सुकिंदा क्रोमाइट माइन के हेड (माइनिंग) शंभु नाथ झा को खदान के उत्कृष्ट प्रदर्शन में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया. एफआइएमआइ द्वारा स्थापित, यह पुरस्कार समारोह एफआइएमआइ की 57वीं वार्षिक आम बैठक के अवसर पर आयोजित किया गया था. (नीचे भी पढ़ें)

टाटा स्टील के फेरो अलॉयज एंड मिनरल्स डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंचार्ज पंकज सतीजा ने कहा कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने पर हमें गर्व है. हमारे व्यापक सस्टेनेबिलिटी फ्रेमवर्क और जिम्मेदार और सस्टेनेबल माइनिंग की दिशा में दृढ़ प्रतिबद्धता को मान्यता प्रदान करने के लिए जूरी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं. पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और सचेत कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में, टाटा स्टील ने अपनी क्रोमाइट माइंस में एफएएमडी के परिचालन स्थानों की ऊर्जा और जल ऑडिट जैसी कई सस्टेनेबल पहलों को अपनाया है। अपने फेरो अलॉय प्लांट्स में, इसने अथागढ़ और गोपालपुर में फर्नेस ऑयल को स्वच्छ ईंधन, प्राकृतिक गैस से बदलने और बेहतर ट्रेसबिलिटी, नुकसान को कम करने और ऊर्जा खपत को अनुकूलित करने के लिए एआई-आधारित प्लेटफॉर्म को लागू करने जैसी पहल की है.