Tata steel mining – टाटा स्टील माइनिंग ने अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर कहानी मंचन सत्र का किया आयोजन, पर्यावरण के लिए मिशन लाइफस्टाइल को दे रहा बढ़ावा

राशिफल

जमशेदपुर : पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एकीकृत क्षेत्रीय कार्यालय के सहयोग से टाटा स्टील माइनिंग ने सोमवार को सुकिंदा क्रोमाइट माइन में अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक मनोरम कहानी मंचन सत्र का आयोजन किया. कार्यक्रम ने जैव विविधता के संरक्षण और सतत विकास के महत्व पर प्रकाश डाला. जैव विविधता पर आधारित कहानी मंचन के सत्र ने हमारे पारिस्थितिकी तंत्र में जैव विविधता के महत्व को समझने और उसकी सराहना करने में प्रतिभागियों, युवा और वृद्धों को समान रूप से शामिल करके एक मंच के रूप में कार्य किया। प्रसिद्ध पर्यावरणविदों, वैज्ञानिकों और संरक्षणवादियों ने मनोरम कहानियों और उपाख्यानों को साझा किया जो जैव विविधता, पर्यावरणीय सस्टेनेबिलिटी और मानव कल्याण के बीच आंतरिक संबंध को उजागर करते हैं. (नीचे पढ़ें पूरी खबर)

इस कार्यक्रम में उपस्थित पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एकीकृत क्षेत्रीय कार्यालय के उप महानिदेशक डॉ एटी मिश्रा ने कहा कि वे जैव विविधता पर इस अनूठे कहानी मंचन सत्र के आयोजन में टाटा स्टील माइनिंग के प्रयासों की सराहना करता करते है. उनको उम्मीद है कि यह आयोजन हमारे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और जैव विविधता को संरक्षित करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा. डॉ मिश्रा ने “मिशन लाइफ” के अनुरूप पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को अपनाने पर भी जोर दिया और सभी से इसे दैनिक जीवन में व्यवहार में शामिल करने का आग्रह किया जो पर्यावरण को सुरक्षित, पोषित और संरक्षित करने में मदद करेगा. इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, पर्यावरण के प्रति उत्सुक और स्थानीय समुदाय के सदस्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई. कहानी मंचन सत्र ने दर्शकों को प्रकृति की आकर्षक दुनिया में जाने, हमारे आसपास पाए जाने वाले विविध वनस्पतियों और जीवों को प्रदर्शित करने में एक व्यापक अनुभव प्रदान किया. इसने भावी पीढ़ियों के लिए इन अमूल्य संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया. इस अवसर पर अपने संबोधन में, टाटा स्टील माइनिंग के प्रबंध निदेशक पंकज सतीजा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर इस कथा मंचन सत्र को आयोजित करने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एकीकृत क्षेत्रीय कार्यालय के साथ सहयोग करके हमें बहुत प्रसन्नता हो रही है. हम जैव विविधता संरक्षण के महत्व पर जागरूकता को बढ़ावा देना जारी रखें और हमारी प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने में समुदायों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करके स्वदेशी समुदाय के ज्ञान का दस्तावेजीकरण भी करेंगे. (नीचे भी पढ़ें)

पर्यावरण संरक्षण के लिए जुनून साझा करने वाले समान विचारधारा वाले व्यक्तियों, विशेषज्ञों और संगठनों के अलावा, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित दैतारी नाइक और कोशली कवि और लेखक, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित हलधर नाग ने भी इस अवसर की शोभा बढ़ाई और जैव विविधता संरक्षण पर अपने बहुमूल्य विचार साझा किये. इस आयोजन का मुख्य आकर्षण कहानी मंचन और आदिवासी समुदाय के ज्ञान का दस्तावेजीकरण था. राजस्थान के कालबेलिया लोक नृत्य समूह के ऊर्जावान और जीवंत प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिन्होंने जैव विविधता के संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. इस कार्यक्रम में गायत्री देवी, जीवविज्ञानी और ग्रो विद नेचर की संस्थापक, बिभुदत्त मोहंती, सीनियर जनरल मैनेजर, टाटा स्टील माइनिंग, देबंजन मुखर्जी, यूनिट हेड, टाटा स्टील फाउंडेशन, और कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी देखी गई.

spot_img

Must Read

Related Articles

Don`t copy text!