
जमशेदपुर : टाटा स्टील के वन सप्लाई चेन विभाग के ट्रैक हॉपर 4 एरिया के कर्मचारियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सौ दिनों से बिना रेल पेनल चार्ज के ही विभाग का संचालन किया है. करीब सौ दिनों से रेल पेनल चार्ज देना नहीं पड़ा है. दरअसल, खामियों के कारण रेलवे यह हर्जाना के तौर पर रेल पेनल चार्ज करता था. यह एक बड़ा खर्च था. इसको रोकने के लिए मैनेजमेंट लगातार प्रयासरत था. 110 दिन तक कर्मचारियों और अधिकारियों की तत्परता से इस तरह की पेनल चार्ज को रोकने में कामयाबी मिली. इसके बाद सोमवख़र को टाटा स्टील के वीपी पियुष गुप्ता, वीपी एचआरएम अतरई सान्याल, टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु समेत अन्य लोगों ने पहुचंकर कर्मचारियों का हौंसला बढ़ाया. इस मौके पर सीओइ प्रकाश सिंह, ग्रुप चीफ जगजीत सिंह, चीफ आदित्य नाथ ठाकुर, एचआर चीफ सोनम रंजन, हेड हरलीन कौर मौजूद थे. प्रोग्राम का संचालन विभागीय हेड प्रभात कुमार ने किया जिनके नेतृत्व मे यह मुकाम हांसिल हुआ. अपने सम्बोधन मे आदित्य नाथ ठाकुर ने कहा की यह सारा काम कर्मचारियों के सम्पूर्ण समर्पण कंपनी के प्रति दर्शाता है. (नीचे भी पढ़ें)

अध्यक्ष टुन्नू चौधरी ने वन सप्लाई चेन के तमाम कर्मचारियों की जमकर तारीफ की. कहा कि आप हमें ऐसे कार्य कर मैनेजमेंट से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मे हिस्सा लेने का हक़दार बनाते हैं. उन्होंने विभागीय जेडीसी द्वारा किये गए कार्यों की भी तारीफ की. वीपी एचआरएम अतरई सन्याल ने किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए चीफ एएन ठाकुर के नेतृत्व की सराहना की. उन्होंने कहा कि ऐसे किये गए कार्य वन सप्लाई चेन के आपसी समंजस्य को दर्शाता है. जगजीत सिंह ने कर्मचारियों को बढ़ चढ़कर ऐसे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया. पियुष गुप्ता ने पुराने दिन याद करते हुए कहा की विगत दिनों हमने 116 करोड़ पेनल चार्ज दिया था जिसे बिना आप सब के सहयोग से कम नहीं किया जा सकता था. आप सबने मैनेजमेंट द्वारा दिए गए टारगेट को हासिल करने के लिए जितनी मेहनत की है उसकी जितनी तारीफ की जाये कम है. अंतिम मे जेडीसी वाइस चेयरमैन सुब्रत सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. साथ साथ मैनेजमेंट यूनियन दोनों के समक्ष एनएस 6 मे फंसे कर्मचारियों के लिए प्रमोशन का रास्ता खोलने का अनुरोध किया. आपको बता दें कि 100 दिन बिना रेल पेनल चार्ज के ट्रैक हॉपर 4 ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. दो साल पहले कंपनी ने 116 करोड़ दिया था. पिछले वर्ष 45 करोड़, इस वर्ष 30 करोड़ का एबीपी टारगेट दिया गया था .