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tata-steel-public-hearing-protest-टाटा स्टील के नोवामुंडी लीज नवीकरण की जनसुनवाई 6 नवंबर को, सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने टाटा के खिलाफ निकाली पदयात्रा, कहा-100 साल बाद भी नोवामुंडी के गरीबों का जीवन स्तर ऊपर नहीं उठा पायी टाटा, नहीं होने देंगे जनसुनवाई-video

राशिफल

संतोष वर्मा
चाईबासा :
पश्चिमी सिंहभूम जिले के अंतर्गत पड़ने वाले नोवामुण्डी में अवस्थित टाटा स्टील द्वारा खदान क्षेत्र की भूमि का लीज नवीनिकरण करने को लेकर होने वाली जनसभा के विरोध में शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा, विधायक जगन्नाथपुर सोनाराम सिंकु के संयुक्त तत्वाधान में समर्थकों के साथ नोवामुण्डी प्रखंड के कोठगढ़ बस स्टैंण्ड से दानाबली, रेंगड़ाबेड़ा, पूईसिया,कुची बेड़ा, कुटिंगता, कोठगढ़, इतरबाउटी होते हुए कातीकोड़ा तक पदयात्रा की और जनसभा का आयोजन किया. राष्टीय कांग्रेस पार्टी के बैनर तले पदयात्रा व सभा का आयोजन किया गया. सभा का आयोजन प्रखंड अध्यक्ष मंजीत प्रधान की अध्यक्षता में की गई. पदयात्रा की कमान स्वंय सांसद गीता कोड़ा व विधायक सोनाराम सिंकु नें संयुक्त रूप से संभाल रखी थी. इस दौरान कार्यक्रम में अतिथि स्वरूप पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा भी शामिल हुए और जमकर टाटा स्टील नोवामुण्डी प्रबंधन पर हमला बोला.

सभा को संबोधित करते हुए सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि टाटा स्टील प्रबंधन प्लांट लगाने के पहले भूमि अधीग्रहण करने के लिए बड़े-बड़े वायदे किये थेय रैयतदारों को जैसे सुदूरवर्ती गांव के ग्रामीणों के बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाना, बेहतर इलाज की मुफ्त सुविधा, चकाचक सड़क तथा किसानों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था उपलब्ध आदि कराना, लेकिन आज कई दशक बीत गये और यह कंपनी सौ साल से अधिक पुरानी हो चुकी है, लेकिन क्षेत्र के लोगों का जीवन स्तर में कोई बदलाव नहीं आया और ना ही बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाई गई. क्षेत्र का विकास तब होगी जब क्षेत्र के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा दिलाई जायेगी. लेकिन जब गांव के ग्रामीण टाटा स्टील द्वारा संचालित विद्यालयों में एडमिशन कराने के लिए जाते है तो कंपनी प्रबंधन द्वारा यह कर टाल दिया जाता है की फण्ड नहीं है. ग्रामीणों के इतनी बड़ी जमीन पर अस्पताल बनाया लेकिन इन ग्रामीणों का इलाज नहीं किया जाता है. आज टाटा स्टील द्वारा क्षेत्र में चैक डेम बनाये गये, जो वह भी आधा-अधूरा पड़ा हुआ है, जिसके कारण कई एकड़ खेतीहर भूमि पानी के अभाव में बंजर पड़े हुए है. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि ग्रामीणों की आंखों में धूल झोंककर मुनाफा टाटा स्टील कंपनी कमा रही है. इस कारण पहले कंपनी लोगों से किए वादा को पूरा करें, तभी लीज नवीकरण के लिए जनसुनवाई की चर्चा होगी.

यहां के लोग बेरोजगार है, स्थानीय शिक्षित युवाओं को यहां नौकरी नहीं मिलती और बाहरी लोगों को नौकरी दे रहें है इसलिए ग्रामीणों को अपने हक और अधिकार के लिए 6 नवंबर को टाटा स्टील का घेराव करना है और बताना है कि पहले इंसाफ चाहिए फिर लीज नवीनिकरण की जनसुनवाई होने दी जायेगी. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने भी टाटा स्टील पर जमकर हमला बोला और कहा कि जनता के साथ किया गया वायदा आज तक पूरा नहीं हुआ है. केवल झूठा आश्वासन कंपनी प्रबंधन देती है इसलिए पहले लोगों का वायदा पूरा करें नहीं तो जनसुनवाई नहीं होने दी जायेगी. विधायक सोनाराम सिंकु ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक यहां के ग्रामीणों और क्षेत्र के लोगों को न्याय नहीं मिल जाती है. पहले रोजगार दें, बेहतर शिक्षा और बेहतर इलाज दिलाने का प्रबंध टाटा स्टील प्रबंधन करें. 6 नवंबर को होने वाली जनसुनवाई का विरोध हर स्तर पर होगा. विधायक ने कहा कि आखिर कब तक ये टाटा वाला बाबु लोग क्षेत्र की गरीब गुरबा लोगों की आंख में धूल झोकेगी. इस मौके पर पीके गोप, मंजीत प्रधान, युवा मोर्चा के विधानसभा अध्यक्ष देबु बेहरा, विक्रम तिरिया, विजय गोप, इंटक के अध्यक्ष सहित सैकड़ो कार्यक्रर्ता और ग्रामीण उपस्थित हुए.

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