जमशेदपुर : झारखंड में संसाधनों के अभाव के बीच टाटा समूह ने झारखंड सरकार को बड़ी मदद पहुंचायी है. झारखंड सरकार के आग्रह पर टाटा समूह ने मदद को हाथ बढ़ायी है. इसके तहत टाटा ट्रस्ट और टाटा समूह की ओर से 10 हजार टेस्टिंग किट आरटीपीसीआर उपलब्ध कराया है, जिसके जरिये ही टेस्टिंग संभव हो सकता है. यह जानकारी टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी ने दी है. श्री चौधरी ने टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिये पत्रकारों से बात कर रहे थे. श्री चौधरी ने बताया कि यह सुविधा जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल को उपलब्ध कराया है. इसके अलावा अस्पताल में 50 हजार मास्क और 25 हजार जोड़ी ग्लब्स भी सरकार को उपलब्ध कराया गया है ताकि स्वास्थ्यकर्मी आराम से काम कर सके. इसके अलावा टाटा समूह की ओर से पांच वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराया गया है. हाइ-फ्लो नोजल ऑक्सीजन डिवाइस नामक यह वेंटिलेशन का इस्तेमाल इसके लिए होता है. अभी पांच दिया गया है, चार और दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में थोड़ी रियायत तो संभव थी, लेकिन लोगों को खुद से सचेत रहना होगा. सिर्फ लॉकडाउन ही इसका इलाज नहीं है. लोगों को सचेत रहकर मास्क पहनना होगा, हाथों को धोते रहना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग यानी एक आदमी से दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी रहनी चाहिए. मेडिकल सर्विसेज के जीएम ने बताया कि यहीं इलाज है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि मई और जून में फिर से कोरोना वायरस का संकट बढ़ सकता है. टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिये संवाददाता सम्मेलन में टाटा स्टील सीएसआर के चीफ सौरभ राय ने बताया कि कंपनी की ओर से 2300 परिवार को आय का श्रोत विकसित किया है, जिसके जरिये लोगों को 23 लाख रुपये तक का वितरण किया जा चुका है. सहिया दीदी के माध्यम से वाल पेंटिंग, किचेन गार्डेन को बनाने, जिससे आमदनी विकसि करने और बैग बनाने के अलावा 200 परिवार से टाटा स्टील मास्क बना रही है. अब तक 90 हजार मास्क बांटे भी जा चुके है. इस तरह 2300 लोगों के बीच 23 लाख रुपये आमदनी की राशि दी जा चुकी है यानी घर बैठे काम उपलब्ध कराया गया है. सौरभ राय ने खाना के हो रहे वितरण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि टाटा स्टील द्वारा जमशेदपुर, वेस्ट बोकारो, ओड़िशा के कलिंगानगर, जामाडोबा में 14 लाख 2 हजार लोगों को अबतक भोजन कराया जा चुका है. इस पावन काम के लिए 55 लाख रुपये 240 लोगों ने डोनेशन भी दिया है तो टाटा स्टील की ओर से बाकि बचे राशि का खर्च उठाया गया है. डोनेशन देने वालों में निजी लोगों के अलावा क्लब, सोसाइटी, स्कूलों के अलावा विदेशों में रहने वाले लोग भी शामिल है. उद्योगों की ओर से भी मदद की गयी है. लोगों को कच्चा राशन भी वितरित किया गया है. करीब 2300 लोगों को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में इस तरह का राशन का पैकेट भेजा जा चुका है. पटमदा, बोड़ाम समेत अन्य इलाकों के खेतिहर किसानों को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से टाटा स्टील ने उनकी सब्जियों को लेकर जोमैटो के साथ मिलकर लोगों तक फ्रेश सब्जी पहुंचाने की मुहिम चलायी थी, जिसके तहत 7500 किलो सब्जियां बेची जा चुकी है. इसमें कुल 93 किसान जुड़े हुए है जबकि दो लाख रुपये की आमदनी इसके जरिये दिया जा चुका है. हरि सब्जियों के अलावा आलू और प्याज को भी इसमें जोड़ा गया है जबकि ट्रायल के रुप में जोमैटो के अलावा स्वीगी को भी इस मुहिम में जोड़ लिया गया है. लोग जोमैटो और स्वीगी के माध्यम से सब्जियां मंगा सकते है. उन्होंने फारिश्ता प्रोजेक्ट के तहत टाटा स्टील के कर्मचारियों को घर बैठे ऑनलाइन सेवा उपलब्ध कराने की मुहिम चलायी है, जिसके तहत 3500 लोगों को लाभ मिल चुका है, जिसमें 300 कर्मचारी इसमें जुड़ चुके है. इसका लक्ष्य है कि दस हजार लोगों तक पहुंचा जा सके.
tata-steel-ready-to-combat-covid-19-झारखंड सरकार के साथ खड़ा हुआ टाटा समूह, 10 हजार टेस्टिंग किट, 50 हजार मास्क, 25 हजार जोड़ा ग्लब्स, कई वेंटिलेशन मशीनें सरकार को दिये, 14 लाख को कराया भोजन, कई और लोग टाटा के अभियान में जुड़े
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