जमशेदपुर : देश और दुनिया में छायी मंदी के बावजूद टाटा स्टील की भारत में बादशाहत बरकरार रही है. स्टील सेक्टर की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनी टाटा स्टील ने गुरुवार को अपने उत्पादन और बिक्री (प्रोडक्शन और सेल्स) के आंकड़े को जारी किया. इसके तहत कंपनी ने प्रथम छहमाही यानी 1 अप्रैल 2019 से लेकर 30 सितंबर तक का परिणाम जारी किया है. इसी तरह दूसरे तिमाही यानी जुलाई से लेकर सितंबर माह तक का भी प्रोडक्शन और सेल्स का औपबंधिक परिणाम जारी किया है. इसके तहत भारत में बेहतर परिणाम सामने आये है, लेकिन विदेशों में कंपनी के समक्ष अब भी चुनौतियां है. आयरन ओर और कोकिंग कोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के कारण स्टील की कीमतों में बढ़ोत्तरी चिंता का विषय है, लेकिन टाटा स्टील के लिए बीते छहमाही का रिजल्ट काफी निराशाजनक नहीं है और यह उत्साह देने वाला है कि मंदी के बावजूद कंपनी ने बेहतर प्रदर्शन किया है. वैसे भी पहले से ही मानसून की मार है और ऑटोमोटोबाइल सेक्टर में आयी मंदी का भी इंपैक्ट काफी ज्यादा है.
नोट : नीचे दिये गये प्रदर्शन के आंकड़े के तहत टाटा स्टील भारत का मतलब टाटा स्टील का उषा मार्टिन, जिसको लांग प्रोडक्ट बोला जाता है. भूषण स्टील और टाटा स्टील जमशेदपुर और कलिंगानगर समेत है
टाटा स्टील का प्रोडक्शन का प्रदर्शन :
आइटम और प्लांट का नाम-प्रथम छहमाही 2018-2019———प्रथम छहमाही 2019-2020
टाटा स्टील भारत———-7.95 मिलियन टन———————-9 मिलियन टन
टाटा स्टील यूरोप———-5.24 मिलियन टन———————5.11 मिलियन टन
टाटा स्टील साउथ इस्ट एशिया—-1.06 मिलियन टन————1.15 मिलियन टन
टाटा स्टील का सेल्स का प्रदर्शन :
टाटा स्टील भारत————7.66 मिलियन टन————–8.10 मिलियन टन
टाटा स्टील यूरोप————-4.72 मिलियन टन—————-4.54 मिलियन टन
टाटा स्टील साउथ इस्ट एशिया—-1.24 मिलियन टन————1.23 मिलियन टन