जमशेदपुर : टाटा स्टील ने शुक्रवार को अपने सभी लोकेशनों में ‘स्लिप, ट्रिप फॉल’ पर सुरक्षा अभियान का शुभारंभ किया. इस अभियान का उद्देश्य कार्य स्थल को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए ‘स्लिप, ट्रिप फॉल’ के खतरों को चिन्हित कर और ‘नियंत्रण सिद्धांत के जोखिम तंत्र’ द्वारा इसके खतरों को कम कर शॉप फ्लोर की सुरक्षा को पुख्ता करना एवं कंपनी व ठेका कर्मियों के बीच सुरक्षा की आदत को सुद्ढ़ बनाना है. टाटा स्टील के वीपी सेफ्टी, हेल्थ व सस्टेनेबिलिटी संजीव पॉल और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने संयुक्त रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कंपनी के वरीय प्रबंधन, यूनियन पदाधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में टाटा स्टील के सभी लोकेशनों में इस अभियान का उद्घाटन किया. इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए श्री चौधरी ने अपने-आप को और अपने परिवार को ‘स्लिप, ट्रिप, फॉल’ के खतरे से बचने के लिए पेशेवर व निजी जीवन में सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कार्यबल से सुरक्षा के प्रति उनके व्यवहार में सुधार करने और कार्य स्थल पर ‘स्लिप, ट्रिप, फॉल’ से संबंधित खतरों को चिन्हित करने व उन्हें समाप्त करने में प्रबंधन के साथ मिल कर काम करने का आग्रह किया. श्री पॉल ने कहा कि यह अभियान पूरे प्रतिष्ठान में सुरक्षा और कार्यबल के व्यवहार को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा. उन्होंने कार्यबल से ‘स्लिप, ट्रिप, फॉल’ के खतरों से जुड़े मुद्दों को जेडीसी के माध्यम से उठाने का आग्रह किया. उन्होंने उनसे कंपनी के ‘जीरो हार्म’ के महत्वकांक्षी उद्देश्य को हासिल करने के लिए ‘स्लिप, ट्रिप, फॉल’ से संबंधित खतरों को चिन्हित करने और उन्हें कम करने में योगदान देने का भी आग्रह किया. टाटा स्टील के सेफ्टी चीफ नीरज कुमार सिन्हा ने कार्यक्रम के संदर्भ पर प्रकाश डाला और ‘स्लिप, ट्रिप, फॉल’ के मामलों का एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया. ज्ञात हो कि टाटा स्टील अपने स्टेकहोल्डरों की सुरक्षा व उनके कल्याण के प्रति वचनबद्ध है और इस दिशा में और लोगों का ‘जीरो हार्म’ सुनिश्चित करने के लिए इसने पूर्व में भी कई कदम उठाएं हैं.