जमशेदपुर : टाटा स्टील द्वारा संचालित और जमशेदपुर में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने वाली टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में किडनी ट्रांस्प्लांट शुरु होगा. इसके अलावा बोन मैरो का सफल ट्रांस्प्लांट हो चुका है. इसके अलावा कई सारे नये बदलाव होने जा रहा है. टाटा स्टील के ज्वाइंट वर्क्स काउंसिल (जेडब्ल्यूसी) के मेडिकल विंग की हुई बैठक में इसको लेकर कई सारी बातचीत की गयी. इस बैठक में जेडब्ल्यूसी के चेयरमैन और टाटा वर्कर्स यूनियन के महासचिव सतीश सिंह, टीएमएच के जीएम डॉ राजन चौधरी, सीएमओ डॉ केपी दुबे समेत अन्य लोग मौजूद थे. इस बैठक में यह तय किया गया कि न्यू फ्रंट केबिन (मुख्य गेट के पास का केबिन) में अब बहुत जल्द लिफ्ट लगा दिया जायेगा. इसके अलावा इमरजेंसी की सेवाओं को भी दुरुस्त किया जायेगा और इमरजेंसी में चिकित्सकों की संख्या को बढ़ाया जायेगा. इमरजेंसी में अभी 12 चिकित्सक है, जिसकी संख्या को बढ़ाकर 20 तक ले जाना है. नये बहाल चिकित्सकों को व्यवहार कुशल बनाने की भी अलग से ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके अलावा चिल्ड्रेन वार्ड के सामने के वेटिंग हॉल में पंखा लगा दिया गया है जबकि बोन मैरो ट्रांस्प्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद इसका सफल ऑपरेशन हुआ है. जमशेदपुर के लोग अगर बाहर जाते थे तो लोगों को 20 लाख रुपये तक खर्च करना पड़ता था, लेकिन अब जमशेदपुर में सिर्फ ढाई लाख रुपये में ही बोन मैरो ट्रांस्प्लांट शुरू हो चुका है. किडनी ट्रांस्प्लांट की भी शुरुआत होगी. टीएमएच के सीसीयू को 32 बेड का बना दिया गया है, जिससे लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगा. यूनियन के कमेटी मेंबर अब्दुल रफीक ने हाल ही में अपना कमर की हड्डी एल-4 व एल-5 को रिप्लेस कराया है, जिसमें काफी बेहतर इलाज हो पाया है. इस बैठक में यह भी तय किया गया कि कर्मचारियों को अब तक किसी तरह का हड्डी का बदलाव किये जाने पर जो पैसे की कटौती की जाती थी, उसमें बदलाव किया गया है. इसके तहत पैसे की कटौती अब नहीं की जायेगी. अब सीधे कम रेट पर ही कर्मचारियों का इलाज हो जायेगा. अब पैसे की वापसी कराने का चक्कर नहीं होगा.