
जमशेदपुर : टाटा स्टील के ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा शुक्रवार को आयोजित हुई, जिसमें हजारों लड़के और लड़कियों ने हिस्सा लिया. इस परीक्षा का आयोजन पहली बार प्रोक्टोर मोड में लिया गया था ताकि सुरक्षा भी रहे और परीक्षा भी कोरोना को देकते हुए हो जाये. टाटा स्टील ने अधीकृत तौर पर बयान जारी करते हुए कहा है कि आवेदकों में से करीब 94 फीसदी आवेदकों ने अप्रेंटिस की परीक्षा दी. टाटा स्टील ने कहा है कि आवेदकों और परीक्षा देने वालों की ईमानदारी का वे लोग काफी सराहना करते है. इसके लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है, यह आवेदकों को पहले ही बता दिया गया था. टाटा स्टील ने जानकारी दी है कि वैसे आवेदक जो गाइडलाइन का पालन नहीं किये और कई लोग गलत कदम उठाकर कदाचार करते हुए परीक्षा देने की कोशिश कर रहे थे, जिनको डिस्क्वालिफाइ कर दिया गया. एक कॉल सेंटर सुबह 7 बजे से रात के 8 बजे तक खोला गया था, जिसमें लोग अपनी परेशानियों को भी बता रहे थे और उसका समाधान किया जा रहा था. इसके अलावा एसएनटीआइ कैंपस से भी लोगों को सपोर्ट किया गया है. टाटा स्टील ने बताया है कि परीक्षा का परिणाम 15 सितंबर के बाद जारी कर दिया जायेगा. रिजल्ट के दौरान यह देखा जायेगा कि आवेदक परीक्षा में कितना ईमानदारी से परीक्षा दी है, आवेदक का फोटो का वेरिफिकेशन होगा और परीक्षा के दौरान कैसा काम किया है. इसके अलावा सवालों के जवाब को भी मानक रखा गया है. इन सारे पहलुओं को देखने के बाद ही रिजल्ट जारी किया जायेगा. वैसे टाटा स्टील के सूत्रों ने जानकारी दी है कि कई तरह के कदाचार करते आवेदक पकड़े गये. कुछ लोग तो ऐसे भी पकड़े गये है, जिन लोगों ने अपने सामने बकायदा फुल स्क्रीन लगा दिया था, जिसको देखकर परीक्षा दे रहे थे. इसके अलावा मोबाइल के स्क्रीन में दूसरे जगह से वाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल का जवाब मंगा रहे थे. यहीं नहीं, कई आवेदक का तस्वीर से परीक्षा देने वाले की तस्वीर ही अलग थी यानी कोई और परीक्षा दे रहा था. ऐसे लोग तत्काल ही डिस्क्वालिफाइ कर दिये गये. वैसे इसके रिजल्ट पर सबकी नजरें टिकी हुई है.