जमशेदपुर : टाटा स्टील ने अपने समायोजन की दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसके तहत अपनी शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी टीएसडीपीएल (जिसको पहले टाटा रायसन के नाम से जाना जाता था) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है. टाटा स्टील की ओर से अपनी वैधानिक जानकारी सेबी समेत अन्य वैद्यानिक जगहों पर दी है, जिसमें बताया गया है कि टाटा स्टील ने निप्पन स्टील और टाटा स्टील की संयुक्त उपक्रम जमशेदपुर कंटीन्यूअल अनीलिंग एंड प्रोसेसिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (जेसीएपीसीपीएल) की 51 फीसदी हिस्सेदारी को टीएसडीपीएल में समायोजित कर दिया है जबकि टाटा ब्लूस्कोप स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 50 फीसदी हिस्सेदारी को भी टाटा स्टील डाउन स्ट्रीम प्राइवेट लिमिटेड (टीएसडीपीएल) में ट्रांस्फर कर दिया है. टाटा स्टील ने यह कदम अपने भारतीय संयत्रों को दुरुस्त करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. हाल ही में टाटा स्टील अपनी कंपनियों की संख्या को घटाकर सबका समायोजन भी करना चाहती है, जिसकी दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. 31 मार्च 2020 तक जेसीएपीसीपीएल में कंपनी का सेट्क 428.60 करोड़ रुपये जबकि टाटा ब्लूस्कोप स्टील में 469.97 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी थी. टाटा स्टील डाउन स्ट्रीम यानी टीएसडीपीएल की स्थापना स्टील सर्विस सेंटर सोल्यूशन के तौर पर की गयी थी. 1997 में इसकी स्थापना की गयी थी, जिसका नाम पहले टाटा रायसन था, जिसमें टाटा स्टील भारत और यूएस की कंपनी रायसन का संयुक्त उद्यम था. इसके बाद टाटा स्टील ने रायसन के सारे हिस्सेदारी को खरीदकर अपनी कंपनी का नाम पहले टीएसपीडीएल और फिर अब टीएसडीपीएल कर दिया है. टीएसडीपीएल वर्तमान में 2.6 मिलियन टन स्टील का प्रोडक्शन 2019 तक करती है.
tata-steel-टाटा स्टील ने कंपनियों के समायोजन की ओर बढ़ाये और कदम, जेसीएपीसीपीएल और टाटा ब्लूस्कोप की हिस्सेदारी टीएसडीपीएल (टाटा रायसन) में समायोजित की, अब समायोजन की बढ़ेगी तेजी
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