जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों के हितों को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन ने दो अहम फैसला लिया है. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी और टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह ने टाटा स्टील के वीपी एचआरएम अतरई सान्याल के साथ हुई वार्ता के बाद दोनों अहम फैसला लिया गया, जिससे कर्मचारियों को दूरगामी लाभ मिलेगा. इसको लेकर टाटा स्टील की वीपी एचआरएम अतरई सान्याल और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री सतीश सिंह के बीच दो अलग-अलग समझौता हुआ, जिसमें काफी दिनों से लटके दोनों मामले का निबटारा किया गया. गुरुवार को इन दोनों ने समझौता पर हस्ताक्षर करने के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन परिसर में टाटा वर्कर्स यूनियन के सारे पदाधिकारियों की मीटिंग बुलायी, जिसमें इसकी जानकारी को साझा की गयी.
पहला फैसला :
नौ लोगों को नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम के तहत अब मिल जायेगी नौकरी, सांसत की स्थिति खत्म
टाटा स्टील में पहले और अभी के बैच में कुल 9 लोग ऐसे थे, जिन लोगों को नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम का लाभ दिया गया था. लेकिन निर्धारित उम्र से वे लोग कुछ ज्यादा उम्र के चयनित हो गये थे. उनकी एसएनटीआइ में ट्रेनिंग भी हो गया था, लेकिन इन नौ लोगों को उम्रसीमा के कारण उनकी बहाली रोक दी गयी थी. नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम के तहत उनकी परेशानी यह थी कि जो कर्मचारी था, उनकी नौकरी छोड़ने के बाद न लोगों ने अपने बेटे या बेटी या दामाद या बहू को नौकरी दी थी, लेकिन उनका उम्र के कारण उनकी नौकरी नहीं हो पायी. कर्मचारी की नौकरी चली गयी और बच्चों की भी नौकरी का रास्ता रुक गया. इसके बाद काफी दिनों से प्रयासरत सारे लोग थे. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री सतीश सिंह ने इस मसले पर टाटा स्टील के वीपी एचआरएम अतरई सान्याल के साथ बैठक की, जिसके बाद तय हुआ कि इन सारे नौ लोगों को विशेष परिस्थितियों में नौकरी में ली जायेगी. आपको बता दें कि नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम का लाभ 30 साल तक के कर्मचारियों के बेटे, बहु, दामाद या बेटी को ही देना है.
इनको नौकरी का खुला रास्ता
कर्मचारी का नाम-जिसको मिली थी नौकरी बहाली नहीं हो पा रही थी-डिपार्टमेंट—उम्र
पुरुषोत्तम कुमार——अभिषेक कुमार———————–ट्यूब के पीटी मिल ऑपरेशन——-32 साल 11 माह
दिवान जमालुद्दीन खान—दिवान परवेज खान——————-ट्यूब के एसटी मिल ऑपरेशन————–32 साल 4 माह
उग्रसेन—————–निशांत सोना———————-लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट———30 साल 11 माह 28 दिन
श्रीमति बेबी————-राजेश पात्रो————————स्टील मेकिंग एंड मैकेनिकल मेंटेनेंस-32 साल 3 माह 18 दिन
चितरंजन जेना————रतिरंजन जेना———————आयरन मेकिंग मैकेनिकल मेंटेनेंस————30 साल 2 माह 20 दिन
चंद्रशेखर तिवारी—————-सरस्वती कुमारी————-आरएमएम———–30 साल 10 माह 8 दिन
परदेशी——————शशांक मुखी———————–लर्निंग एंड डेवलपमेंट—————-32 साल 1 माह 11 दिन
साडो दोराई—————सिद्धु दोराई——————-हॉट मेटल लॉजिस्टिक्स—————-31 साल 2 माह 1 दिन
अशोक कुमार सिंह—————–विकास कुमार————-मिल्स एंड मैकेनिकल मेंटेनेंस—————-30 साल 3 माह 3 दिन
दूसरा फैसला :
टाटा स्टील में नन ग्रेजुएट एसोसिएट्स कर्मचारी भी सीनियर एसोसिएट्स में हो सकेंगे प्रोमोट
एक अन्य फैसले में टाटा स्टील में नन वर्क्स और ऑफिस में काम करने वाले मिनिस्ट्रियल स्टाफ में कार्यरत एसोसिएट्स कर्मचारियों (नन टेक्निकल एरिया यानी दफ्तरों में सचिव या अन्य पदों पर बिना उत्पादन वाले एरिया में काम करने वाले) का प्रोमोशन काफी दिनों से रुका हुआ था. इनके प्रोमोशन को लेकर कर्मचारियों द्वारा लगातार डिमांड आ रहा था क्योंकि वे लोग काफी वर्षों से ऑफिस एसोसिएट्स तक ही नौकरी कर पा रहे थे जबकि उनको सीनियर एसोसिएट्स बन जाना था. लेकिन चूंकि, वे लोग ग्रेजुएशन नहीं किये हुए थे, इस कारण उनका प्रोमोशन रुका हुआ था. इसको लेकर भी गुरुवार की सुबह टाटा स्टील के वीपी एचआरएम अतरई सान्याल के साथ टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री सतीश सिंह के साथ अहम बैठक हुई. इस बैठक में तय किया गया कि वन टाइम बेसिस में नन ग्रेजुएट ऑफिस एसोसिएट्स (नन टेक्निकल एरिया यानी मिनिस्ट्रियल स्टाफ सिर्फ) कर्मचारियों को प्रोमोशन दे दिया जाये. इसके बाद उनका प्रोमोशन आसानी से हो सकेगा. तीन माह का ट्रेनिंग देने के बाद उनको प्रोमोशन दिया जा सकेगा. यह मसला करीब 15 सालों से लटका हुआ था. तत्कालीन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय के कार्यकाल के वक्त ही यह मसला आया हुआ था, जिसके बाद से यह मसला लटका हुआ था और डिमांड काफी तेज हो चुकी थी. इसको लेकर लगातार हुई बैठक के बाद गुरुवार को वीपी एचआरएम अतरई सान्याल और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री सतीश सिंह के साथ हुए समझौता के बाद तय किया गया कि सारे नन ग्रेजुएट कर्मचारी एक बार में तीन माह की ट्रेनिंग के बाद सीनियर एसोसिएट्स बना दिया जायेंगे. इसको लेकर मैनेजमेंट के साथ कई बार तकरार भी हुई, लेकिन इसका रास्ता निकल गया और गुरुवार को यह फैसला हो गया कि सबको वन टाइम बेसिस में सीनियर एसोसिएट्स में प्रोमोशन दे दिया जायेगा. इसके बाद ऐसे कर्मचारियों का वेतन समेत तमाम सुविधाएं भी बढ़ जायेगी.