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tata-workers-union-election-टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव की तिथियों का ऐलान मंगलवार को संभव, निर्वाचन क्षेत्रों के निर्धारण को लेकर चुनाव पदाधिकारी के खिलाफ भारी गुस्सा, श्रम विभाग और कोर्ट जाने की एक पक्ष कर रहा तैयारी, सत्ता पक्ष ने उठाये सवाल, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय बोले-बेईमानी करने की हो रही कोशिश, चुनाव पदाधिकारी बोले-अभी कुछ हुआ नहीं, बेसब्र क्यों हो रहे लोग

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चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह चुनाव समिति के सारे सदस्यों के साथ बैठक करते हुए.

जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव की तिथियोंका ऐलान मंगलवार को संभव हो सकता है. बताया जाता है कि चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह और चुनाव समिति के सारे छह सदस्यों द्वारा इसको लेकर लगभग तैयारी कर ली है. वैसे घोषणा सोमवार को ही होना था, लेकिन इसको लेकर थोड़ा माहौल खराब होने के कारण मंगलवार को होने की संभावना जतायी जा रही है. अगर किसी कारणों से देर हुआ तो बुधवार को चुनाव की तिथियों की घोषणा की जा सकती है. इसको लेकर बैठकों का दौर चल रहा है. दूसरी ओर, निर्वाचन क्षेत्रों के निर्धारण को लेकर यूनियन में भारी गुस्सा देखा जा रहा है. इसको लेकर सत्ता पक्ष के कुछ लोग टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव पदाधिकारी व चुनाव समिति के खिलाफ हाईकोर्ट और श्रम विबाग जाने की तैयारी कर रहा है. इसको लेकर एक पक्ष की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है. इस बीच सोमवार को सत्ता पक्ष के अरविंद, आलम और शैलेश की एक बैठक डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय की अध्यक्षता में प्रभात लाल के बिष्टुपुर स्थित आवास में हुई. इसमें चुनाव पदाधिकारी के बयान की समीक्षा की गयी. इस बयान में चुनाव पदाधिकारी ने कहा था कि 80% चुनाव क्षेत्रों का निर्धारण हो चुका है. यह बहुत आश्चर्य की बात है कि चुनाव समिति की एक भी बैठक हुए बिना 80% चुनाव क्षेत्रों का निर्धारण कैसे हो गया. इसका मतलब चुनाव पदाधिकारी पूरी समिति के सदस्यों को दरकिनार कर अन्य लोगों के सहयोग से एकतरफा चुनाव क्षेत्रों का निर्धारण कर रहे हैं. सोमवार की सुबह जब चुनाव समिति की बैठक आरंभ हुई, तब चुनाव पदाधिकारी ने सदस्यों के आपत्ति जताने पर एक ड्राफ्ट दिया, जिस ड्राफ्ट में करीब 190 सीटों का निर्धारण किया जा चुका था, जिसमें से करीब 80 सीटों पर भारी पैमाने में फेरबदल किया गया था. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि चुनाव पदाधिकारी की मंशा स्वतंत्र निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने की नहीं है. सत्ता पक्ष की टीम टीम से संबंधित सदस्यों ने इन बातों पर आपत्ति जताई. सत्ता पक्ष के लोगों ने निर्णय लिया है कि अगर चुनाव पदाधिकारी का रवैया इसी तरह का रहा तो हम इसके विरुद्ध जो भी उपलब्ध फोरम होंगे उन पर शिकायत करेंगे. वे लोग 13000 मजदूरों को एक व्यक्ति की मनमानी के आसरे नहीं छोड़ सकते हैं. हम लोग श्रम विभाग से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे एवं किसी भी परिस्थिति में स्वतंत्र निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करेंगे. इस दौरान पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह, उपाध्यक्ष शहनवाज आलम, भगवान सिंह, शत्रुघ्न राय, सहायक सचिव धर्मेंद्र उपाध्याय, कमलेश सिंह, नितेश राज, पूर्व उपाध्यक्ष आरसी झा उपस्थित थे. दूसरी ओर, चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह ने कहा कि चुनाव समिति के सारे सदस्यों के साथ लगातार बैठक हो रही है. बेवजह का इसको लेकर राजनीति की जा रही है. आपत्ति का समय भी चुनाव तिथियों में निर्धारित रहेगी, उस वक्त लोग आपत्ति जता सकते है. अभी से दबाव की राजनीति करना ठीक नहीं है. इतना बेसब्र होने की जरूरत नहीं है.

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